कॅनबेरा/वॉशिंग्टन – साउथ चाइना सी के मुद्दे पर चीन ने दिए आश्वासनों पर अन्तर्राष्ट्रीय समुदाय ने विश्वास किया और उसका नाजायज़ फ़ायदा चीन ने उठाया। लेकिन इसके बाद अगर अन्तर्राष्ट्रीय समुदाय चीन के विरोध में डटकर खड़ा नहीं हुआ, तो हमें अगला दशक भी गँवाना पड़ेगा, ऐसी कड़ी चेतावनी ऑस्ट्रेलिया के रक्षा मंत्री पीटर डटन ने दी। इस हफ्ते में ऑस्ट्रेलिया में ‘क्वाड’ गुट की अहम बैठक संपन्न होनेवाली होकर, उस पृष्ठभूमि पर डटन ने दी चेतावनी गौरतलब साबित हो रही है।
‘पिछले कई सालों तक हम साउथ चाइना सी के मुद्दे पर चीन ने दिए आश्वासनों पर विश्वास रखते रहे। चीन की हरकतें देखें, तो यह सारा समय हमने गँवाया है। अमरीका समेत अधिकांश देशों ने चीन की हरकतों का किसी भी प्रकार का विरोध न करते हुए उन्हें मान्यता दी। इसका नाजायज़ फ़ायदा उठाते हुए चीन ने साउथ चाइना सी का लष्करीकरण शुरू किया। आज की घड़ी में इस क्षेत्र में लगभग 20 स्थानों पर चीन के अड्डे हैं। यह बात साउथ चाइना सी की स्थिरता के हित में नहीं है। इसके आगे भी अगर ऐसा ही चलता रहा, तो शायद साउथ चाइना सी के मुद्दे पर अन्तर्राष्ट्रीय समुदाय को अगला दशक भी गँवाना पड़ेगा’, ऐसे स्पष्ट शब्दों में रक्षा मंत्री डटन ने अपने देश के साथ ही अन्तर्राष्ट्रीय समुदाय को भी सावधान किया है।
अगले हफ्ते में ऑस्ट्रेलिया में ‘क्वाड’ गुट की बैठक होनेवाली है। इस बैठक में अमरीका, ऑस्ट्रेलिया, जापान और भारत इन देशों के विदेश मंत्री सहभागी होंगे। चीन की हरकतें यह बैठक का प्रमुख मुद्दा होगा। ‘क्वाड’ ने पिछले कुछ सालों में चीन के विरोध में कदम उठाना शुरू किया होकर, सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया है। इसी कारण चीन ‘क्वाड’ की वजह से बेचैन हुआ होकर, सदस्य देशों को लगातार धमका रहा है। ऐसे समय क्वाड ने अड़िगतापूर्वक चीनविरोधी भूमिका अपनाकर गतिविधियाँ करना आवश्यक है, ऐसे संकेत ऑस्ट्रेलिया के रक्षा मंत्री ने दिए हैं।
इसी बीच, अमरीका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एच. आर. मॅकमास्टर ने भी साउथ चाइना सी के मुद्दे पर चीन को लक्ष्य किया। चीन की साउथ चाइना सी में चल रहीं हरकतें, यानी जबरदस्ती से क्षेत्र पर कब्जा करने की इतिहास की सबसे बड़ी घटना साबित होती है, ऐसा दावा मॅक्मास्टर ने किया। चीन की कम्युनिस्ट हुकूमत की आलोचना करते हुए उन्होंने ताइवान, हाँगकाँग और झिंजिआंग में जारी गतिविधियों का भी हवाला दिया।
इस समाचार के प्रति अपने विचार एवं अभिप्राय व्यक्त करने के लिए नीचे क्लिक करें:
https://twitter.com/WW3Info | |
https://www.facebook.com/WW3Info |