अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष पोलैण्ड पहुँचने से पहले रशिया के सहयोगी देश बेलारूस ने दिया तीसरे विश्‍वयुद्ध का इशारा

मास्को/लिव/वार्सा – अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष बायडेन पोलैण्ड पहुँचने से पहले रशिया के सहयोगी देश बेलारूस ने पश्‍चिमी देशों को कड़ा इशारा दिया| पोलैण्ड ने यूक्रैन में शांति सैनिक भेजने के प्रस्ताव का मतलब ‘तीसरा विश्‍वयुद्ध’ ही होता है, यह इशारा बेलारूस ने दिया है| तो, रशिया के विदेशमंत्री सर्जेई लैवरोव ने पश्‍चिमी देशों ने रशिया पर ‘हायब्रिड वॉर’ थोंपने का ऐलान किया| रशियन अर्थव्यवस्था को लक्ष्य करके रशिया को तबाह करने की पश्‍चिमी देशों की साज़िश होने का आरोप विदेशमंत्री लैवरोव ने लगाया है|

रशिया के सहयोगी देश

यूक्रैन का युद्ध शुरु हुए महीना बीत चुका है और यह युद्ध अधिकाधिक उग्र होता जा रहा है| रशिया ने अपने अतिप्रगत इस्कंदर मिसाइल तैनात करके इस युद्ध की भीषणता अधिक बढ़ाने की तैयारी की है| तथा, यूक्रैन के शहरों पर रशियन मिसाइल और तोपों से जोरदार हमले जारी हैं| लेकिन, इन शहरों पर कब्ज़ा करने के लिए रशियन सेना ने पहल नहीं की| इन शहरों में यूक्रैन के सैनिकों के साथ कान्ट्रैक्ट सैनिक होने का दावा किया जा रहा है| जैसे ही रशियन सैनिक इन शहरों में प्रवेश करते हैं, वैसे ही उन पर हमले करने की योजना यूक्रैन की सेना ने बनायी है| इसकी वजह से हवाई हमलों के ज़रिये यूक्रैन की सेना एवं कान्ट्रैक्ट सैनिकों को खत्म करने के लिए रशियन सेना जोरदार हवाई हमले कर रही है|

रशिया के सहयोगी देश

यूक्रैन के इस युद्ध की तीव्रता बढ़ने के दौरान ही नाटो-यूरोपिय महासंघ और ‘जी ७’ की बैठक खत्म करके अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष बायडेन पोलैण्ड पहुँचे| पोलैण्ड के सरहदी क्षेत्र के करीबी यूक्रैन के इलाके पर रशिया के हवाई हमले जारी हैं और इसी दौरान अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष का यह पोलैण्ड दौरा संवेदनशील बात है| रशिया ने यूक्रैन में रासायनिक हमले किए तो इस पर अमरीका की प्रतिक्रिया प्राप्त होकर रहेगी, यह इशारा राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने पोलैण्ड यात्रा से पहले दिया था| इस पर रशिया के सहयोगी देश बेलारूस ने बयान दर्ज़ किया था| पोलैण्ड ने यूक्रैन में शांति सैनिक भेजने का प्रस्ताव दिया| कुछ यूरोपिय देश इसके लिए कोशिश भी कर रहे हैं, यह जानकारी सामने आयी थी| इसका गंभीर संज्ञान लेकर बेलारूस के राष्ट्राध्यक्ष अलेक्ज़ांडर लुकाशेन्को ने पोलैण्ड का यह प्रस्ताव यानी तिसरा विश्‍वयुद्ध होने का इशारा दिया|

‘पश्‍चिमी देशों ने रशिया के खिलाफ ‘हायब्रिड युद्ध’ शुरू किया है| रशियन अर्थव्यवस्था को लक्ष्य करनेवाले सख्त आर्थिक प्रतिबंध लगाए हैं| रशिया को तबाह करने की पश्‍चिमी देशों की साज़िश है| इसके लिए रशिया को अलग-थलग करने की कोशिश पश्‍चिमी देशों ने की| लेकिन, रशिया अलग-थलग नहीं हुआ| रशिया के मित्र एवं सहयोगी देश विश्‍वभर में हैं| इसी वजह से पश्‍चिमी देशों ने रशिया पर प्रतिबंध लगाने के बावजूद कई देशों ने इसका हिस्सा होने से इन्कार किया है’, ऐसा रशिया के विदेशमंत्री सर्जेई लैवरोव ने कहा| यूरोपिय देश भी अमरीका और नाटो की रशिया विरोधि भूमिका से सहमत नहीं हैं| हंगरी ने यूक्रैन को हथियार प्रदान करने का प्रस्ताव ठुकराया है|

English    मराठी

इस समाचार के प्रति अपने विचार एवं अभिप्राय व्यक्त करने के लिए नीचे क्लिक करें:

https://twitter.com/WW3Info
https://www.facebook.com/WW3Info