वॉशिंग्टन – अमरीका के ड्रोन हमले में अल कायदा का प्रमुख अयमन अल जवाहिरी को मार गिराने में सफलता प्राप्त होने का ऐलान अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने किया। अब जवाहिरी से विश्व को किसी भी तरह का खतरा ना होने का दावा बायडेन ने किया था। लेकिन, अमरीका की प्रमुख जांच यंत्रणा के निदेशक क्रिस्टोफर रे ने जवाहिरी की हत्या के बाद अल कायदा अमरीका पर बड़ा हमला करेगी, ऐसी चेतावनी दी है। अल कायदा की तरह आतंकी संगठन आयएस भी अमरीका में भीषण हमले कर सकती है, ऐसी चेतावनी ‘एफबीआई’ के प्रमुख ने सिनेट के सामने सुनवाई के दौरान दी।
पिछले रविवार को अमरीका के रिपर ड्रोन ने अफ़गानिस्तान की राजधानी काबुल के शिरपुर इलाके में हमला किया था। हेलफायर मिसाइल के इस हमले में जवाहिरी के मारे जाने का ऐलान राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने किया था। ओसामा बिल लादेन के बाद अल कायदा का नेतृत्व करनेवाला जवाहिरी के मारे जाने की वजह से इस आतंकी संगठन को बड़ा झटका लगा, यह दावा बायडेन ने किया था। अमरीका के शासक डेमोक्रेटस् दल ने जवाहिरी पर की गई कार्रवाई का स्वागत किया था। लेकिन, अमरिकी सुरक्षा यंत्रणा इस पर अलग जानकारी प्रदान कर रही है।
अमरीका की प्रमुख जाँच यंत्रणा ‘एफबीआई’ के निदेशक क्रिस्टोफर रे ने सिनेट की सुनवाई के सामने साझा की हुई जानकारी में जवाहिरी के मारे जाने के बावजूद अल कायदा अमरीका में हमले कर सकती है, या हमलो के लिए उकसा सकती है, ऐसा कहा। जवाहिरी के मारे जाने की वजह से कुछ समय के लिए अल कायदा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपना प्रभाव बढ़ाने की कोशिश करेगी या पूर्व एवं पश्चिमी अफ्रीकी देशों में छोटे हमले करेगी, ऐसी चेतावनी रे ने दी। साथ ही पिछले साल बायडेन प्रशासन ने जल्दबाजी से अफ़गानिस्तान से सेना हटाने के निर्णय को ‘एफबीआई’ के प्रमुख ने निशाना बनाया।
अफ़गानिस्तान से सेना हटाने की वजह से अमरीका की खुफिया जानकारी प्रदान करनेवाला नेटवर्क नष्ट हुआ, ऐसा रे ने कहा। इस वजह से अफ़गानिस्तान से खुफिया जानकारी पाने में बड़ी मुश्किलें आ रही हैं, यह कबुली ‘एफबीआई’ के प्रमुख ने दी। इसके साथ ही अमरीका के सैनिक तैनात ना होने के कारण अल कायदा और आयएस जैसे आतंकी संगठन फिर से अफ़गानिस्तान में बढ़ जाएंगे, ऐसा दावा रे ने किया। ऐसा हुआ तो इन आतंकियों को अमरीका पर हमला करने के लिए प्रेरित किया जाएगा, ऐसी चेतावनी रे ने दी। अमरीका में लोन वूल्फ यानी अकेले आतंकी हमलें कर सकते हैं, ऐसी संभावना भी ‘एफबीआई’ के प्रमुख ने जतायी।
इसी बीच, पिछले साल अफ़गानिस्तान से सेना हटाने के साथ अमरीका पहुँचे अफ़गान शरणार्थियों के झुंड़ को लेकर भी अमरीका की जाँच समिती ने सवाल किए। पिछले साल किसी भी सुरक्षा जाँच के बिना ८० हज़ार से अधिक अफ़गानियों को अमरीका लाया गया। इनमें से कम से कम ५० अफ़गान अमरीका की सुरक्षा के लिए खतरनाक होने की बात अमरिकी रक्षा विभाग की जाँच से स्पष्ट हुई थी। इसके अलावा ३२४ अफ़गान अमरिकी रक्षा विभाग के ‘वॉचलिस्ट’ पर होने का दावा किया जा रहा है।
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