वॉशिंग्टन/मास्को – युक्रेन युद्ध में रशिया ने अगर परमाणु हथियार का प्रयोग किया, तो इसपर क्या जवाब देना हैं, इसकी योजना अमरीका ने तैयार रखी है। लेकिन, इसकी विस्तार से जानकारी साझा नहीं करेंगे। लेकिन, रशिया ने यदि परमाणु अस्त्र का इस्तेमाल किया, तो इसके खतरनाक परिणाम रशिया को भुगतने पड़ेंगे’, ऐसी कड़ी चेतावनी अमरीका के विदेशमंत्री एंथनी ब्लिंकन ने दी। ब्लिंकन के साथ ही अमरीका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने भी, युक्रेन के विरोध में परमाणु हमला होने पर रशिया को निर्णायक प्रत्युत्तर मिलेगा, ऐसी चेतावनी दी हैं।
रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने पिछले हफ्ते आगाह करते हुए यह कहा था कि, परमाणु युद्ध की दी जा रही चेतावनी खोखली नहीं है। ‘पश्चिमी देश रशिया को न्यूक्लिअर ब्लैकमेल की धमकी दे रहे हैं। लेकिन, यह चाल उन्हे ही नुकसान पहुँचा सकती है, इसे अच्छी तरह से ध्यान में रखना उनके लिए अच्छा होगा। यदि रशिया की संप्रभुता को चुनौती मिलती है, तो देश और जनता की रक्षा के लिए उपलब्ध सभी विकल्पों का इस्तेमाल किया जाएगा। हम यह हवा में नहीं कह रहे हैं, इसका अहसास पश्चिमी देश रखें’, इन शब्दों में रशिया के राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने पश्चिमी देशों को वास्तव का अहसास कराया था।
पुतिन के इस बयान पर पश्चिमी देशों से तीव्र बयान सामने आए हैं। ब्रिटेन के मंत्री ने रशिया की धमकी का गंभीरता से संज्ञान लेना होगा, ऐसा कहा था। अमरीका ने रशिया को संदेश भेजकर चेतावनी दी, ऐसें दावे माध्यमों ने किए थे। लेकिन, अब अमरीका के वरिष्ठ अधिकारियों ने खुलेआम रशिया को परिणामों का सामना करने के मुद्दे पर चेतावनी दी है। विदेशमंत्री ब्लिंकन ने एक समाचार चैनल को दिए साक्षात्कार में इसका ज़िक्र किया। ‘परिणाम क्या होंगे, इसपर हम ज़्यादा बयान नहीं करेंगे। लेकिन, परमाणु अस्त्र का प्रयोग करने पर इस देश को और साथ ही अन्य देशों को भी इसके खतरनाक परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं, इसका अहसास संबंधितों को है’ इन शब्दों में अमरिकी विदेशमंत्री ने संभावित परिणामों पर रशिया का ध्यान आकर्षित किया।
ब्लिंकन के साथ ही अमरीका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने भी, रशियन परमाणु अस्त्र के विषय पर अमरीका की भूमिका स्पष्ट की। ‘रशिया ने यदि अपनी मर्यादा लांघ दी, तो उसपर खतरनाक आपदा जैसें परिणामों का संकट टूटेगा। रशिया के परमाणु हमले पर अमरीका निर्णायक प्रत्युत्तर देगी’, ऐसी चेतावनी सुलिवन ने दी। सुलिवन का बयान यानी रशिया के विदेशमंत्री ने युक्रेन के प्रांत में जारी सार्वमत और परमाणु अस्त्रों की तैनाती पर दी चेतावनी पर प्राप्त प्रतिक्रिया है, ऐसा दावा माध्यमों ने किया है।
रशिया ने युक्रेन के लुहान्स्क, डोनेत्स्क, खेर्सन और झैपोरिझिआ प्रांत के अधिकांश क्षेत्र पर नियंत्रण हासिल किया है। इन प्रांतों में सार्वमत की प्रक्रिया शुरू हुई है और यह पूरी होने के बाद रशिया इन प्रांतों को रशिया में शामिल करेगा, ऐसा कहा जा रहा है। इसपर भूमिका स्पष्ट करते हुए विदेशमंत्री लैव्हरोव्ह ने संयुक्त राष्ट्र संगठन में आयोजित वार्तापरिषद के दौरान, युक्रेन में नियंत्रण पाए सभी प्रांतों को रशिया पूरी सुरक्षा प्रदान करेगा, इसका यक़ीन दिलाया था। साथ ही, परमाणु अस्त्रों की तैनाती पर सवाल करने पर, यह तैनाती भी नए प्रांतों के लिए लागू होगी, ऐसा इशारा रशियन विदेशमंत्री ने दिया था।
रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने युक्रेन अभियान शुरू करने के बाद शुरू के दिनों में ही, रशिया परमाणु अस्त्र का प्रयोग कर सकता है, ऐसे संकेत दिए थे। पुतिन ने रशिया के ‘न्यूक्लिअर फोर्सेस’ को अलर्ट पर रहने के आदेश भी दिए थे। इसके बाद रशिया ने ‘सरमात’ परमाणु अस्त्र का नया परीक्षण करके अपनी तैयारी दर्शायी थी। इसके छह महीनें बाद अब राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने फिर से परमाणु हमले की धमकी देने से सनसनी पैदा हुई है और परमाणु युद्ध का मुद्दा चर्चा का विषय बना है।
इसी बीच, अमरीका ने युक्रेन को प्रगत हवाई सुरक्षा यंत्रणा प्रदान करने की जानकारी राष्ट्राध्यक्ष वोलोदिमीर झेलेन्स्की ने साझा की। पिछले महीने अमरीका ने इसका ऐलान किया था। इसके बाद ‘नैशनल एडव्हान्स्ड् सरफेस टू एअर मिसाइल सिस्टिम्स’ युक्रेन में कार्यरत होने की बात झेलेन्स्की ने कही।
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