मास्को/खार्किव – दो महीने पहले यूक्रेन के खार्किव प्रांत से पीछे हटने के बाद रशियन सेना ने खार्किव और सुमी प्रांतों पर फिर से जोरदार हमले शुरू किए हैं। पिछले ४८ घंटों में रशिया ने इन दो प्रांतों पर १०० से अधिक हमले करने की जानकारी यूक्रेनी यंत्रणाओं ने साझा की। इन हमलों के लिए तोप, टैंक्स, रॉकेटस्, मॉर्टर्स के साथ मिसाइलों का भी इस्तेमाल होने की बात कही जा रही है। २४ घंटे पहले रशिया ने डोन्बास के बाखमत समेत अन्य मोर्चों पर जोरदार हमले करने की बात सामने आयी थी। रशियन हमलों की तीव्रता बढ़ रही थी इसी दौरान अमरिकी विदेश विभाग की वरिष्ठ अधिकारी विक्टोरिया न्यूलैण्ड ने यूक्रेन का दौरा किया है।
सितंबर में रशियन सेना को खर्किव शहर और करीबी क्षेत्र से पीछे हटना पड़ा था। रशियन सेना का ऐसा करना राष्ट्राध्यक्ष पुतिन के यूक्रेन अभियान की बेबसी होने के दावे यूक्रेन और पश्चिमी माध्यमों ने किए थे। इसके बाद रशिया का यह अभियान और ज्यादा समय तक जारी नहीं रह पाएगा, यह भी कहा जा रहा था। लेकिन, पश्चिमी देशों के यह दावे बेबुनियाद थे क्योंकि, रशियन सेना ने खार्किव और करीबी क्षेत्र को फिर से लक्ष्य करना शुरू किया है। अक्तुबर में शुरू किए गए मिसाइल हमलों के दौरान भी रशिया ने खार्किव एवं सुमी पर मिसाइल हमले किए थे। लेकिन, अब तोप, टैंक्स और मॉर्टर्स की सहायता से रशियन सेना लगातार हमले कर रही है।
शनिवार को रशियन सेना ने खार्किव के कुपिआन्स, इझियम एवं खार्किव जिलों के कई हिस्सों पर हमले किए, ऐसा यूक्रेनी यंत्रणाओं ने साझा किया। इन हमलों में ‘एस-३००’ मिसाइलों का भी इस्तेमाल होने का दावा यूक्रेन ने किया। इससे पहले शुक्रवार को सुमी प्रांत के चार हिस्सों में ७० से ज्यादा हमले किए गए थे। इन हमलों में मॉर्टर्स और आर्टिलरी सिस्टम का भारी मात्रा मं इस्तेमाल किया गया। इन हमलों की वजह से यूक्रेनी सेना के डोन्बास वाले अभियान को नुकसान पहुँचने की बात कही जा रही है।
रशिया यहां पर हमलों का दायरा फिर से बढ़ा रही है और ऐसे में अमरिकी विदेश विभाग की वरिष्ठ अधिकारी विक्टोरिया न्यूलैण्ड यूक्रेन दौरे पर गई हुई हैं। उन्होंने राजधानी किव समेत राष्ट्राध्यक्ष ज़ेलेन्स्की एवं उनके वरिष्ठ नेताओं और अधिकारियों से मुलाकात की। साथ ही रशिया के हमलों में हुए नुकसान का जायजा भी उन्होंने लिया। ‘पुतिन ने यूक्रेन युद्ध को ज्यादा जंगली एवं क्रूर बनाया है। रणभूमि पर सफलता हासिल ना होने से यूक्रेन के हर घर की बिजली और पानी की आपूर्ति खंडित करके कामयाबी मिलती है, यह दिखाया जा रहा है। इन शब्दों में न्यूलैण्ड ने पुतिन की आलोचना की। रशिया के राष्ट्राध्यक्ष शांतिवार्ता के मुद्दे प्रामाणिक ना होने का आरोप भी अमरिकी अधिकारी ने लगाया।
इसी बीच रशिया ने डोनेत्स्क प्रांत के मारिपोल शहर में नए सैन्य अड्डे को स्थापित करने के फोटो प्रसिद्ध हुए हैं। मई में रशिया ने इस शहर पर कब्ज़ा किया था। इसके बाद रशिया ने इस शहर पर अपनी पकड़ अधिक मज़बूत की है और सैन्य ठिकाने का निर्माण इसी का हिस्सा है।
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