वार्सा – रशिया ने बेलारूस में परमाणु अस्त्र तैनात करने की पृष्ठभूमि पर अमरीका और नाटो भी पोलैण्ड में परमाणु अस्त्र तैनात करें, ऐसी मांग पोलैण्ड के प्रधानमंत्री मैत्सुझ मोराविकी ने की है। पोलैण्ड को नाटो के ‘न्यूक्लियर शेअरिंग प्रोग्राम’ का हिस्सा बनाएं, ऐसा बयान प्रधानमंत्री मैत्सुझ मोराविकी ने किया है। यूरोप के लगभग छह देशों में अमरीका के १५० परमाणु अस्त्र फिलहाल तैनात होने की बात कही जा रही है।
पिछले वर्ष रशिया-यूक्रेन संघर्ष की शुरुआत होने के बाद राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने रशिया के ‘न्यूक्लियर फोर्सेस’ को अलर्ट रहने के निर्देश दिए थे। इसके बाद पिछले १६ महीनों में रशिया ने तीन बार अपने ‘न्यूक्लियर फोर्सेस’ के युद्धाभ्यास का आयोजन किया और दो बार उन्नत ‘सरमात’ मिसाइल का परीक्षण भी किया। रशिया के सबसे उन्नत परमाणु अस्त्र कहा जा रहा ‘सरमात’ मिसाइल करीबी समय में ‘कॉम्बॅट ड्यूटी’ पर तैनात होगा, ऐसे संकेत भी दिए गए हैं।
इसके बाद पुतिन ने रशिया के परमाणु अस्त्र बेलारूस पहुंचने की बात साझा की। रशिया की शुरू इन गतिविधियों की वजह से परमाणु युद्ध का खतरा अभी भी पश्चिमी देश, विश्लेषक और अधिकारी लगातार व्यक्त कर रहे हैं। अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने भी रशिया के ‘टैक्टिल वेपन्स’ से होने वाला खतरा वास्तव में होने की चेतावनी हाल ही में दी थी।
इस पृष्ठभूमि पर पोलैण्ड ने रशिया का खतरा बढ़ने की वजह साझा करके हमारे देश में परमाणु अस्त्र तैनात करने की मांग की हैं। कुछ महीने पहले पोलैण्ड ने अमरिकी रक्षा अड्डा स्थापीत करने को भी मंजूरी प्रदान की है और साथ ही व्यापक रक्षा समझौते पर हस्ताक्षर भी किए हैं।
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