रशिया के बढ़ते खतरे की पृष्ठभूमि पर शीतयुद्ध के बाद नाटो ने शुरू किया सबसे बड़ा युद्ध अभ्यास

- ३१ सदस्य देशों के ९० हजार से भी अधिक सैनिक होंगे शामिल

रशिया के बढ़ते खतरे की पृष्ठभूमि पर शीतयुद्ध के बाद नाटो ने शुरू किया सबसे बड़ा युद्ध अभ्यास

ब्रुसेल्स/मास्को – रशिया और नाटो युद्ध छिड़ने के संकेत प्राप्त हो रहे हैं और इसी बीच यूरोप में व्यापक युद्ध अभ्यास की शुरूआत हुई है। ‘स्टेडफास्ट डिफेन्डर २४’ नामक इस युद्ध अभ्यास में नाटो के ३१ सदस्य देश शामिल हुए है। इसमें नाटो के नए नए सदस्य बने फिनलैण्ड सहित इस वर्ष सदस्य हो रहा स्वीडन भी शामिल हुआ है। कुल ९० हजार से अधिक सैनिक इस युद्ध अभ्यास का हिस्सा बने हैं औड़ यह शीत युद्ध के बाद आयोजित हो रहा अब तक का सबसे बड़ा युद्ध अभ्यास होने की बात कही जा रही है।

NATO launched biggest military exercise since Cold War in face of growing threat from Russiaअगले पांच से आठ सालों में रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन नाटो पर हमला करेंगे, ऐसा इशारा जर्मन रक्षा मंत्री बोरिस पिस्टोरियस ने दिया था। वहीं, नाटो की मिलिटरी कमिटी के प्रमुख एडमिरल रॉब बौअर ने नाटो-रशिया के बीच सर्वंकष युद्ध छिड़ने का इशारा दिया था। नाटो सदस्य देशों की जनता ने अगले २० सालों में युद्ध की संभावना को सामने रखकर बदल करवाने होंगे, ऐसा आवाहन भी एडमिरल बौअर ने किया था। नाटो अब रशिया विरोधी संघर्ष के लिए विभिन्न योजना बनाने में जुटी होने का बयान बौअर ने किया था।

NATO launched biggest military exercise since Cold War in face of growing threat from Russia‘स्टेडफास्ट डिफेन्डर-२४’ की शुरुआत बुधवार से हुई है। इस युद्ध अभ्यास की शुरुआत उत्तर यूरोप में हुई है और अगले कुछ हफ्तों में यह मध्य और पूर्व यूरोप तक पहुंचेगा, यह कहा जा रहा है। रशिया जैसे देश ने नाटो सदस्य देशों पर हमला करने पर नाटो की सेना किस तरह से एक साथ प्रत्युत्तर देगी, यही इस युद्ध अभ्यास का प्रमुख उद्देश्य होने का बयान नाटो के यूरोप में नियुक्त सुप्रिम अलाईज कमांडर जनरल ख्रिस्तोफर कैव्होली ने किया है।

NATO launched biggest military exercise since Cold War in face of growing threat from Russiaयुद्ध अभ्यास में ९० हजार से अधिक सैनिकों के साथ ३० से अधिक युद्धपोत और करीबन १०० लड़ाकू विमान, हेलीकॉप्टर और ड्रोन शामिल हुए है। ब्रिटेन जैसे देश ने इस युद्ध अभ्यास के लिए १० हजार सैनिक रवाना करने की जानकारी सामने आयी है। मई महीने तक होने वाले इस युद्ध अभ्यास में विभिन्न देशों की सेनाओं का समन्वय, यूरोप में सैन्य गतिविधियां, अमेरिका और यूरोपिय यंत्रणाओं का तालमेल रखने पर इस युद्ध अभ्यास में जोर दिया जाएगा, ऐसे संकेत नाटो के सुत्रों ने दिए।

NATO launched biggest military exercise since Cold War in face of growing threat from Russiaनाटो के शुरू इस युद्ध अभ्यास पर रशिया ने प्रतिक्रिया दर्ज़ की है। नाटो का युद्ध अभ्यास और इसकी रचना पर गौर करें तो, शीत युद्ध के दौर की योजनाओं को फिर से दोहराने की बात दिखती है, ऐसी आलोचना रशिया ने की है। पश्चिमी देशों ने रशिया के खिलाफ हाइब्रिड वॉर शुरू किया है और नाटो का युद्ध अभ्यास इसी का हिस्सा होने का आरोप रशिया के उप-विदेश मंत्री अलेक्झांडर ग्रुश्को ने लगाया है।

इस समाचार के प्रति अपने विचार एवं अभिप्राय व्यक्त करने के लिए नीचे क्लिक करें:

https://twitter.com/WW3Info
https://www.facebook.com/WW3Info