मनामा/सना – येमन के हौथी विद्रोहियों ने रेड सी के क्षेत्र में सफर कर रहे मालवाहक जहाजों पर हमले करना जारी रखा है। बुधवार को हौथी ने अमेरिकी युद्धपोत की दिशा में रॉकेट दागे थे। इसके जवाब में अमेरिका ने येमन में हौथी के ठिकानों को लक्ष्य किया। पिछले शनिवार से अमेरिका ने हौथी पर ४४ हमले करने का ऐलान ‘सेंट्रल कमांड-सेंटकॉम’ ने किया है। इस बीच रेड सी में शुरू इस हौथी विरोधी मुहिम में शामिल होने के लिए जर्मनी का विध्वंसक रवाना हुआ है। यूरोपिय महासंघ के अभियान के तहत जर्मन विध्वंसक अमेरिका और ब्रिटेन की नौसेना को सहायता प्रदान करेगा। इससे ‘रेड सी’ के संघर्ष में यूरोपिय देश अपना योगदान बढ़ाते दिख रहे हैं।
ईरान से हौथी को प्राप्त हो रहे हथियारों में बढ़ोतरी होने की चेतावनी अमेरिका की गुप्तचर यंत्रणा ने दी है। अमेरिकी रक्षाबलों के ‘डिफेन्स इंटेलिजेन्स एजेन्सी’ (डीआईए) इस गुप्तचर विभाग ने जारी की हुई रपट में यह कहा है कि,रेड सी में हमले करने के लिए हौथी के विद्रोही ईरान के बनाए हथियारों का इस्तेमाल कर रहे हैं। नवंबर महीने के तीसरे हफ्ते से हौथी ने इस समुद्री क्षेत्र में ४० से अधिक विदेशी जहाज और विध्वंसकों पर हमले किए हैं। इसके लिए हौथी ने इस्तेमाल किए रॉकेटस् और मिसाइल ईरान के बनाए होने का दावा ‘डीआईए’ ने किया।
हौथी ने बुधवार के दिन भी रेड सी में सफर कर रहें विदेशी जहाजों पर हमले किए। इस क्षेत्र में तैनात अमेरिका और ब्रिटेन के विध्वंसकों ने इन हमलों को नाकाम किया। इसके बाद भूमध्य समुद्र में तैनात अमेरिकी विमान वाहक युद्धपोत से उड़ान भरकर अमेरिकी लड़ाकू विमानों ने येमन में हौथी के ठिकानों पर हमले करने की जानकारी सेंटकॉम ने प्रदान की। रेड सी में जहाज और विध्वंसकों पर हमले करने के लिए तैयार हौथी के विध्वंसक विरोधी क्रूज मिसाइल के तीन लॉन्चर इस हमले में नष्ट करने का दावा सेंटकॉम ने किया।
रेड सी की समुद्री यातायात की सुरक्षा और हौथी विद्रोहियों पर जारी हमले तीव्र करने के लिए यूरोपिय महासंघ ने नई तैनाती का ऐलान किया। जर्मनी का ‘हैसेन’ विध्वंसक गुरुवार को रेड सी की ओर रवाना हुआ। महासंघ की ‘रेड सी’ से संबंधित अभियान के लिए यह विध्वंसक २४० सैनिकों के साथ रेड सी में तैनात रहेगी। हैसेन विध्वंसक हवाई सुरक्षा यंत्रणा से लैस हैं। रेड सी के अभियान के लिए यूरोपिय महासंघ के सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों की विशेष बैठक १९ फ़रवरी को आयोजित हो रही है। महासंघ के सात देशों ने रेड सी से सफर कर रहे व्यापारिक जहाजों की सुरक्षा के लिए लड़ाकू विमान या विध्वंसक तैनात करने के संकेत दिए हैं। इस वहज से अमेरिका, ब्रिटेन के बाद अन्य यूरोपिय देश इस समुद्री क्षेत्र में सक्रिय होते दिख रहे हैं।
हौथी विद्रोहियों के रेड सी में बढ़ रहें हमलों की वजह से अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोपिय देश वहां तैनाती बढ़ा रहे हैं, ऐसा दावा यूरोपिय माध्यम कर रहे हैं। रेड सी के समुद्री क्षेत्र में मालवाहक जहाजों को लक्ष्य करके हौथी ने पहले ही एशिया-यूरोप व्यापार में बाधा निर्माण की है। हौथी के इन हमलों की वजह से सप्लाई चेन बाधित हुई है और यही स्थिति कायम रहीं तो यूरोपिय देशों में महंगाई बढ़ सकती हैं, ऐसे इशारें दिए जा रहे हैं। ऐसे में इसी क्षेत्र में ‘सबसी केबल्स’ यानी समुद्र में लगाए केबल्स का नेटवर्क हौथी विद्रोहियों के निशाने पर होने का दावा पश्चिमी विश्लेषक कर रहे हैं। इससे यूरोप, खाड़ी एवं एशिया की संपर्क व्यवस्था टूट सकती हैं, ऐसा दावा इशारा भी यह विश्लेषक दे रहे हैं।
इस दौरान, हौथी विद्रोहियों के हमलों की वजह से सोमालियन समुद्री ड़कैत एड़न की खाड़ी में अपना प्रभाव बढ़ाने की फिर से कोशिश कर रहे हैं, ऐसा दावा एशिया के विश्लेषक कर रहे हैं। पिछले महीने से सोमालियन समुद्री ड़कैतों ने एड़न की खाड़ी में विदेशी जहाजों पर हमले करके एवं उनका अपहरण करने की कोशिश की है, इस ओर भी यह विश्लेषक ध्यान आकर्षित कर रहे हैं।
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