मनामा – अमेरिकी विध्वंसक ने ‘रेड सी’ के क्षेत्र में हौथी विद्रोहियों ने किया ‘अंडरसी ड्रोन’ ड्रोन का हमला नाकाम करने की खबरे प्रसिद्ध हुई है। इसके साथ ही हौथी विद्रोहियों के बेड़े में अंडरसी ड्रोन भी होने की चौकानेवाली जानकारी पहली बार सामने आयी है। इसके कुछ घंटे बाद ही हौथी ने भी अमेरिका का ‘एमक्यू-९ रिपर ड्रोन’ मार गिराने का ऐलान किया। रेड सी में व्यापारिक यातायात को लक्ष्य करने के लिए हौथी विद्रोहियों के पास ‘अंडरसी ड्रोन’ और ‘ड्रोन विरोधी’ यंत्रणा होने की जानकारी भी इससे सामने आयी है।
इस्रायल ने गाजा पट्टी में हमास के विरोध में शुरू की हुई सैन्य कार्रवाई के जवाब में येमन के हौथी विद्रोहियों ने रेड सी के क्षेत्र में हमले करना शुरू किया था। २३ अक्टूबर से हौथी विद्रोहियों ने रेड सी के क्षेत्र में शुरू इन हमलों में इस्रायल से संबंधित मालवाहक जहाजों को लक्ष्य किया था। इसके लिए हौथी विद्रोहियों ने रॉकेटस्, मिसाइल और ड्रोन का इस्तेमाल किया था। इसके बाद हौथी ने अमेरिका और ब्रिटेन के विध्वंसकों पर हमले करने के लिए विस्फोटकों से भरी मानव रहित नौकाओं का इस्तेमाल करने की जानकारी सामने आयी थी। इसके लिए ईरान ने हौथी को सहायता प्रदान करने का आरोप हुआ था।
लेकिन, अमेरिका की सेंट्रल कमांड ने जारी की हुई जानकारी के अनुसार हौथी विद्रोही अब अंडरसी ड्रोन से लैस होने की जानकारी भी सामने आयी है। दो दिन पहले हौथी विद्रोहियों ने रेड सी के क्षेत्र में पांच हमले किए। इन हमलों के लिए हौथी विद्रोहियों ने तीन विध्वंसक विरोधी मिसाइल, मानव रहित आत्मघाती ड्रोन का इस्तेमाल करने की जानकारी सेंट्रल कमांड ने साझा की है। हौथी विद्रोहियों के यह इन हमलों को नाकाम करने एवं आत्मरक्षा के लिए अमेरिकी विध्वंसक ने कार्रवाई की। इससे रेड सी की समुद्री यातायात सुरक्षित होने का बयान सेंट्रल कमांड ने किया है। लेकिन, हौथी के बेड़े में अंडरसी ड्रोन होने की जानकारी ने इस समुद्री क्षेत्र की व्यापारिक यातायात की सुरक्षा संबंधित चिंता बढ़ाई है।
हौथी के विद्रोहियों ने सोमावर सुबह रेड सी के इलाके में गश्त लगा रहे अमेरिका के ‘एमक्यू-९ रिपर ड्रोन’ को मार गिराने का ऐलान किया। येमन के हौदेदा क्षेत्र से हौथी विद्रोहियों ने इस अमेरिकी ड्रोन पर मिसाइल दागने का दावा किया जा रहा है। जासूसी करने ऐसे ड्रोन भेजकर अमेरिका येमन की संप्रभुता का भंग कर रही हैं, ऐसा आरोप लगाकर हौथी विद्रोहियों अपनी कार्रवाई का समर्थन किया। येमन के विद्रोहियों ने पहले भी अमेरिकी ड्रोन मार गिराया था। इससे हौथी विद्रोहियों ने ड्रोन विरोधी तकनीक हासिल करने की जानकारी भी स्पष्ट हो रही है, यह अमेरिकी सैन्य विश्लेषकों का कहना हैं।
गौरतलब है कि, विश्व की १५ प्रतिशत समुद्री यातायात रेड सी के क्षेत्र से होती है। एशिया और यूरोप व्यापारिक यातायात के लिए रेड सी के क्षेत्र की स्थिरता और सुरक्षा बड़ी अहमियत रखती है। पिछले चार महीनों से येमन के हौथी विद्रोहियों द्वारा हो रहे हमलों की वजह से इस समुद्री क्षेत्र की सुरक्षा खतरे में है और इससे व्यापरिक यातायात लगभग ठप हुई है। ऐसी स्थिति में अमेरिका और हौथी विद्रोहियों ने ड्रोन का इस्तेमाल बढ़ाना इस समुद्री क्षेत्र की सुरक्षा के लिए अधिक खतरनाक होने का इशारा अमेरिकी सैन्य विश्लेषक दे रहे हैं।
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