दमास्कस – अमरीका ने पॅट्रियॉट हवाई सुरक्षा यंत्रणा सिरिया के ईशान्य भाग में तैनात की है। सिरियन कुर्दों के कब्ज़े में होनेवाले ईंधनक्षेत्र की सुरक्षा के लिए अमरीका ने यह तैनाती की है। आनेवाले कुछ दिनों में अमरीका और कुछ पॅट्रियॉट मिसाईल सिस्टिम सिरिया में तैनात करनेवाली होने का दावा, सिरिया की सरकारी वृत्तसंस्था ने किया। लेकिन इस ख़बर में कोई भी सच्चाई नहीं है, ऐसा बताते हुए अमरीका ने अपनी पॅट्रियॉट यंत्रणा सिरिया में नहीं है, ऐसा कहा है।
सिरिया के ईशान्य ओर के ‘देर अल-झोर’ इस प्रांत में अमरीका ने पॅट्रियॉट क्षेपणास्त्र यंत्रणा की तीन बॅटरीज़् उतारीं होने का दावा सिरियन वृत्तसंस्था ने किया। कोनीको ईधन परियोजना की सीमा में अमरीका ने यह तैनाती की है। सिरिया के सबसे बड़ीं ईंधन परियोजनाओं में से एक होनेवाली कोनीको इस परियोजना पर ‘वायपीजी’ इस सिरियन कुर्दों के संगठन का नियंत्रण होकर, अमरीका ने कुर्दों की सहायता करने के लिए यह तैनाती की होने का दावा इस वृत्तसंस्था ने किया। देर अल-झोर इस प्रांत में अमरीका की पॅट्रियॉट यंत्रणा की यह पहली तैनाती होकर, आनेवाले समय में अमरीका और तीन यंत्रणा इस प्रांत के कुर्दों के ईंधन अड्डों पर तैनात करनेवाली होने का दावा इस वृत्तसंस्था ने किया है।
सिरियन तथा ईरानी वृत्तसंस्थाओं ने प्रकाशित की इस ख़बर का अमरीका ने इन्कार किया। अमरीका ने सिरिया में किसी भी प्रकार की हवाई सुरक्षा यंत्रणा तैनात नहीं की होने की जानकारी सिरिया में अमरिकी लष्कर के प्रवक्ता कर्नल माईल्स कॅगिन्स ने दी। सिरिया में अमरीका के लष्कर के ख़िलाफ़ झूठीं ख़बरें फ़ैलायीं जा रहीं होकर, यह ख़बर भी उसीका एक भाग होने का आरोप कर्नल कॅगिन्स ने किया। इससे पहले, इराक में होनेवाला शस्त्रभंडार अमरीका सिरिया में स्थलांतरित कर रही होने की ख़बरें सिरियन तथा ईरानी माध्यमों ने जारी कीं थी, इसकी याद अमरिकी लष्कर के प्रवक्ता कॅगिन्स दिला दी।
इसी बीच, पिछले कुछ दिनों में सिरिया में गतिविधियाँ तेज़ हुईं हैं। सिरिया के ईशान्य की ओर अल-हसाका और देर अल-झोर इन दो प्रांतों की सीमा के पास हुए हमले में अमरीका के तीन सैनिक और पाच कुर्द जवान ज़ख़्मी हुए होने की जानकारी सामने आ रही है। अमरीका और कुर्द जवान संयुक्त रूप में गश्ती करते समय उनकी गाड़ी पर बमहमला हुआ था। इस हमले में ज़ख़्मी हुए अमरिकी सैनिकों को अल-हसाका प्रांत के सदादी स्थित अमरिकी लष्करी अड्डे पर ले जाया गया। इस हमले की ज़िम्मेदारी का स्वीकार किसीने भी नहीं किया है। लेकिन तुर्कीसंलग्न आतंकवादी गुट इस हमले के पीछे होने का दावा किया जाता है। उसी समय, अमरिकी और रशियन लष्करों ने तुर्की की सीमा के नज़दीक संयुक्त गश्ती शुरू की होनी की ख़बरें भी सामने आ रहीं हैं।
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