कोरोना वायरस का मूल छुपाने के लिए चीनी वैज्ञानिकों ने अहम जानकारी ‘डिलीट’ की

अमरीका के शीर्ष वैज्ञानिक का दावा

वॉशिंग्टन/बीजिंग – कोरोना वायरस पुख्ता कब और कहां से फैला, इसका मूल खोजना संभव ना हो पाए, इस उद्दश्‍य से चीन के वैज्ञानिकों द्वारा वुहान के संक्रमितों की अहम जानकारी ‘डिलीट’ किए जाने की बात स्पष्ट हुई है। अमरीका के शीर्ष वैज्ञानिक जेस ब्लूम ने एक रिसर्च पेपर में इससे संबंधित दावा किया है। इस दावे की वजह से कोरोना वायरस का उद्गम चीन के वुहान लैब में ही हुआ होगा, इस संभावना को अधिक बल प्राप्त हो रहा है।

अहम जानकारीकोरोना वायरस का उद्गम चीन के वुहान लैब में ही हुआ। यह बात साझा कर हे ‘वुहान लैब लीक थिअरी’ का मुद्दा बीते कुछ महीनों से उठा हुआ है। अमरीका और यूरोप समेत विश्‍व के कई देशों ने इस ‘थिअरी’ को उठाना शुरू किया है और इससे संबंधित अलग अलग जानकारी सामने आने लगी है। बीते कुछ दिनों में ही अमरिकी लैब एवं यूरोपियन वैज्ञानिकों की रपटें जारी हुई हैं और इसमें कोरोना वायरस का निर्माण वुहान लैब में ही होने के दावों की पुष्टि करनेवाली जानकारी है। इसके बाद अब जेस ब्लूम ने जारी की हुई जानकारी का इज़ाफा हुआ है।

अमरीका के ‘फ्रेड हचिसन कैन्सर रिसर्च सेंटर’ में कार्यरत प्राध्यापक जेस ब्लूम बीते कुछ महीनों से कोरोना वायरस पर शोधकार्य कर रहे हैं। यह शोधकार्य करते हुए उन्हें वुहान के कुछ वैज्ञानिकों ने एक अंतरराष्ट्रीय ‘डेटाबेस’ पर कुछ संक्रमितों की जानकारी साझा करने की बात ज्ञात हुई। लेकिन, अधिक गहरी जाँच के बाद दिसंबर २०१९ के पहले के संक्रमितों से संबंधित वैज्ञानिक जानकारी नष्ट करने की बात पाई गई। यह जानकारी कोरोना का मूल चीन ने जैसे कहा था वैसे ‘सी फूड मार्केट’ में नहीं बल्कि अलग स्थान पर होगा, इस ओर निर्देश कर रही थी, यह दावा ब्लूम ने किया है।

अहम जानकारीब्लूम का यह दावा ‘वुहान लैब लीक थिअरी’ की पुष्टी करनेवाली होने की बात वैज्ञानिक कह रहे है। बीते कुछ दिनों में इस मुद्दे की जानकारी लगातार सामने आ रही है, इस पर वैज्ञानिक एवं माध्यमों ने ध्यान आकर्षित किया है। कुछ दिन पहले ब्रिटेन के पूर्व गुप्तचर प्रमुख ने भी चीन ने कोरोना के उद्गम के सभी सबूत नष्ट किए गए होंगे, यह आशंका जताई थी।

इसी बीच अमरीका के ‘फॉक्स न्यूज’ नामक समाचार चैनल ने किए एक सर्वेक्षण में अधिकांश ६० प्रतिशत अमरिकी नागरिकों ने ‘वुहान लैब लीक थिअरी’ में सच्चाई होने का विश्‍वास व्यक्त किया है। कोरोना की महामारी की वजह से अमरिकी जनता के जीवन-स्तर पर काफी गहरा असर पड़ा है, यह मत भी ५० प्रतिशत नागरिकों ने दर्ज़ किया है, ऐसा इस सर्वेक्षण के दौरान कहा गया है। कुछ दिन पहले ‘द हिल-हैरिसएक्स’ ने किए सर्वे में कुल ८३ प्रतिशत मतदाताओं ने वुहान लैब मामले में चीन पर कार्रवाई करने ही चाहिए, यह माँग करने की बात सामने आयी थी।

‘वुहान लैब थिअरी’ के मुद्दे पर ट्रम्प ने की सत्तापक्ष नेताओं की आलोचना

अमरीका के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने वर्ष २०१९ में चीन से शुरू हुई कोरोना की महामारी का मूल वुहान में होने का ज़िक्र काफी पहले किया था। लेकिन, इस मुद्दे पर उन्हें ही लक्ष्य करते रहे डेमोक्रैटस्‌ के खिलाफ ट्रम्प ने आलोचना की है। हमारे खिलाफ आरोप लगाकर ‘वुहान लैब थिअरी’ झूठ और वंशद्वेषी साबित करने के पीछे राजनीतिक उद्देश्‍य था, यह दावा भी पूर्व राष्ट्राध्यक्ष ने किया।

वुहान लैब के मुद्दे पर हमें झूठा साबित करनेवाले डेमोक्रैटस्‌ अब इसका क्रेड़िट ले रहे हैं, यह आरोप ट्रम्प ने लगाया। इससे पहले मात्र ट्रम्प ही ‘वुहान थिअरी’ रख रहे थे और इस वजह से उन्होंने इस थिअरी से इन्कार किया था और यह ‘कैन्सल कल्चर’ का हिस्सा होगा, यह आरोप पूर्व राष्ट्राध्यक्ष ने लगाया। चीन ने ‘वुहान लैब लीक थिअरी’ के सबूत नष्ट किए होंगे, यह कहकर कुछ भी हो जाए तब भी चीन से हर्ज़ाना वसूलना ही चाहिए, यह माँग भी ट्रम्प ने रखी है।

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