काबुल/वॉशिंग्टन – अफ़गानिस्तान के हेरात प्रांत में स्थित संयुक्त राष्ट्रसंघ के मुख्यालय पर हमला करके एक सैनिक को मार गिरानेवाली तालिबान के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय समुदाय की तीव्र प्रतिक्रिया प्राप्त हो रही है। यह हमला यानी अंतरराष्ट्रीय नियमों का काउल्लंघन और युद्ध अपराध होने की आलोचना संयुक्त राष्ट्रसंघ ने की है। तभी, अमरीका ने युद्ध विराम करने का आवाहन किया है। इसे अनदेखा करके तालिबान ने लगातार दूसरे दिन हेरात में हिंसा जारी रखी। इसी बीच अफ़गान सेना ने हेरात में बीते चौबीस घंटों में की हुई कार्रवाई के दौरान तालिबान के १०० से अधिक आतंकियों को मार गिराया है।
अफ़गानिस्तान के पश्चिमी क्षेत्र में ईरान की सीमा के करीब हेरात प्रांत पर पूरी तरह से कब्ज़ा करने की कोशिश तालिबान ने शुरू की है। इस प्रांत के १७ जिलों में से राजधानी हेरात शहर और गुज़ारा जिले पर अफ़गान सरकार का नियंत्रण है। लेकिन, बीते दो दिनों से तालिबानी आतंकियों ने हेरात और गुज़ारा पर हमले बढ़ाए हैं। इन हमलों पर अफ़गान सेना और स्थानीय गिरोह प्रत्युत्तर दे रहे हैं। लेकिन, शुक्रवार की रात हेरात में स्थित संयुक्त राष्ट्रसंघ के प्रांतीय मुख्यालय की इमारत पर हमला होने के बाद बड़ी सनसनी निर्माण हुई।
अफ़गानिस्तान में मानवीय सहायता का व्यवस्थापन जहां से हो रहा था उस इमारत को लक्ष्य करके तालिबान ने अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन किया है, ऐसा आरोप राष्ट्रसंघ के महासचिव एंटोनियो गुतेरस ने लगाया है। साथ ही इस हरकत के लिए तालिबान पर युद्ध अपराध के मामले दर्ज़ किए जा सकते हैं, ऐसा इशारा गुतेरस ने दिया। अमरीका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने हेरात की घटना का निषेध किया। साथ ही अफ़गानिस्तान में जारी हिंसा कम करके बातचीत शुरू करने के लिए अफ़गान सरकार और तालिबान कोशिश करें, यह आवाहन सुलिवन ने किया।
अफ़गानिस्तान के अन्य प्रांतों में अपने कानून थोंपकर लड़कियों पर और महिलाओं पर अन्यायकारी शर्तें थोंपनेवाली तालिबान ने अमरीका के आवाहन को पूरी तरह से नजरांदाज़ किया हुआ दिख रहा है। अफ़गान माध्यमों ने साझा की हुई जानकारी के अनुसार शनिवार की सुबह से ही तालिबान ने हेरात कब्ज़ा करने के लिए अपने हमले तीव्र किए हैं। वहां के मालन पुल के करीबी क्षेत्र पर तालिबान ने कब्ज़ा किया और साथ ही अफ़गान सेना के वरिष्ठ कमांड़र को मार गिराने का दावा किया जा रहा है।
अफ़गान सेना ने बीते चौबीस घंटों के दौरान हेरात एवं गुज़ारा और गुलरान जिले की सुरक्षा के लिए बड़ी मुहिम शुरू की हैं। अफ़गान वायुसेना ने गुज़ारा में कार्रवाई करके १०० से अधिक आतंकियों को ढ़ेर किया। गुज़ारा पर तालिबान का कब्ज़ा हुआ तो राजधानी हेरात भी ढ़ह जाएगी, ऐसा कहा जा रहा है। तभी, अफ़गानिस्तान के उत्तरी ओर के जोवज़ान प्रांत में हवाई हमले करके २१ आतंकियों को ढ़ेर किया गया।
इसी बीच, अफ़गानिस्तान के उप-राष्ट्राध्यक्ष अमरुल्ला सालेह ने तालिबान समर्थकों को इशारा भी दिया है। अफ़गानिस्तान की सेना और जनता तालिबान या उनके समर्थकों के सामने बिल्कुल नहीं झुकेगी, ऐसा कहकर उप-राष्ट्राध्यक्ष सालेह ने पाकिस्तानी सेना को भी लक्ष्य किया।