तेल अवीव – इस्रायल की वायुसेना ईरान के परमाणु प्रकल्पों पर हमले करने की तैयारी करे। इसके लिए वायुसेना बड़ा सख्त युद्धाभ्यास करे, ऐसे आदेश इस्रायल के रक्षाबलप्रमुख अविव कोशावी ने इस्रायली वायु सेना को दिए हैं। इस्रायल के शीर्ष समाचार चैनल ने यह खबर साझा की। इस्रायल ने ईरान पर हमले करने के लिए बीते हफ्ते १.५ अरब डॉलर्स का विशेष प्रावधान किया था।
इस्रायल के रक्षाबल ने इससे पहले अपने सैन्य युद्धाभ्यास के दौरान ईरान के लष्करी एवं परमाणु प्रकल्पों के ठिकानों पर हमले करने का अभ्यास किया था। लेकिन, बीते दो वर्षों से इस्रायल का यह युद्धाभ्यास खंड़ित हुआ था। इसका कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। लेकिन, अमरीका के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने ईरान के खिलाफ आक्रामक भूमिका अपनाने से ईरान के परमाणु प्रकल्पों पर हमले करने की ज़रूरत इस्रायल को महसूस नहीं हो रही थी, ऐसा कहा जा रहा था। लेकिन, अमरीका के मौजूदा राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने ईरान के साथ परमाणु समझौता करने के लिए बातचीत शुरू करने से दो वर्ष बाद इस्रायल ने अपनी वायु सेना को ईरान के परमाणु प्रकल्पों पर हमले करने का युद्धाभ्यास करने के आदेश दिए हैं।
इस्रायली समाचार चैनल ने जारी की हुई जानकारी के अनुसार रक्षाबलप्रमुख अविव कोशावी ने बीते हफ्ते अपनी वायुसेना को ईरान के परमाणु प्रकल्पों पर हमले करने का सख्त अभ्यास करने के आदेश दिए थे। इस खबर पर इस्रायली सेना ने प्रतिक्रिया बयान नहीं की है। बीते हफ्ते में ही इस्रायल ने ईरान पर हमला करने के लिए १.५ अरब डॉलर्स का विशेष प्रावधान किया था।
ईरान परमाणु बम का निर्माण करने के अधिकाधिक करीब पहुँच रहा है और ईरान को रोकने के लिए इस्रायल हर मुमकिन कोशिश कर रहा है, इन शब्दों में रक्षामंत्री गांत्ज़ ने ईरान केंद्रीत प्रावधान का समर्थन किया था। तभी, इस्रायल के वित्तमंत्री एविग्दोर लिबरमन ने यह इशारा दिया था कि, ईरान के साथ संघर्ष करना अपरिहार्य है और किसी भी क्षण यह होगा। राजनीतिक बातचीत या समझौते से ईरान का परमाणु कार्यक्रम बंद नहीं होगा, इस बात का अहसास लिबरमन ने कराया था।
इससे पहले जनवरी में कोशावी ने इस्रायल के रक्षाबल को जोरदार हमला करने की तैयारी करने की निर्देश दिए थे। अगस्त में कोशावी ने परमाणु कार्यक्रम की गति बढ़ाने वाले ईरान के खिलाफ लष्करी योजना तीव्र करने का ऐलान किया था। इस्रायल के रक्षाबलप्रमुख के इस इशारे पर ईरान से प्रतिक्रिया प्राप्त हुई थी।
इसी बीच, इस्रायल और अमरीका के नेताओं की बीते महीने से मुलाकात से भी ईरान के प्रति दोनों देशों के बीच सहमति ना होने की बात स्पष्ट हुई है। परमाणु बम का निर्माण करने के करीब पहुँच रहे ईरान को रोकने के लिए अमरीका दूसरे विकल्प का यानी ‘प्लैन बी’ का इस्तेमाल करे, ऐसा सुझाव इस्रायली नेता ने अपनी अमरीका यात्रा के दौरान दिया था। अमरीका द्वारा ईरान के साथ गलत परमाणु समझौता करना इस्रायल के साथ-साथ इस क्षेत्र को भी युद्ध की खाई में धकेल देगा, यह इशारा इस्रायली गुप्तचर विभाग के मंत्री एली कोहेन ने दिया था। अमरीका फिर भी ईरान के साथ परमाणु समझौते की बातचीत करने पर कायम है। इसलिए सिर्फ इस्रायल ही ईरान को परमाणु बम का निर्माण करने से रोक सकता है, ऐसा कहकर इस्रायल ने ईरान के खिलाफ जोरदार तैयारी शुरू की है।
अपने परमाणु प्रकल्पों पर हमला यानी युद्ध का ऐलान साबित होगा और ऐसा करनेवाले इस्रायल को राका जाएगा, ऐसी धमकियाँ ईरान ने पहले ही दी हैं। लेकिन, ईरान की धमकियों की हमें परवाह नहीं है और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए आवश्यक कोई भी निर्णय करते समय इस्रायल हिचकिचाएगा नहीं, ऐसे इशारे इस्रायली नेता दे रहे हैं।
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