ताइवान की वजह से अमरीका को काफी बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी

- चीन के विदेशमंत्री वैंग यी का इशारा

बीजिंग/वॉशिंग्टन/ताइपे – ताइवान की आज़ादी का समर्थन करने वाली शक्तियों को बढ़ावा दे रही अमरीका को काफी बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी, ऐसा इशारा चीन के विदेशमंत्री वैंग यी ने दिया है। अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने हाल ही में अमरीका के रक्षा खर्च का हिस्से वाले ‘डिफेन्स एक्ट’ पर हस्ताक्षर किए हैं। इसमें ताइवान की सुरक्षा की गारंटी दी गई है और ताइवान को ‘रिमपैक’ युद्धाभ्यास में शामिल कराने के संकेत भी दिए गए हैं। इस पृष्ठभूमि पर चीन की तीव्र प्रतिक्रिया प्राप्त होने की बात विदेशमंत्री यी के बयान से दिख रही है।

किंमत मोजावी लागेल, वँग यी, कीमत चुकानी पड़ेगी

पिछले कुछ महीनों में ताइवान के प्रति चीन अधिकाधिक आक्रामक होता दिख रहा है। अक्तुबर में कम्युनिस्ट पार्टी के सर्वेसर्वा एवं चीन के राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग ने ताइवान के विलय के मुद्दे पर आक्रामक शब्दों में इशारा दिया था। ‘ताइवान की आज़ादी के लिए हो रही किसी भी तरह की कोशिश पुख्ता निर्धार से कार्रवाई करके नाकाम की जाएगी’, यह इशारा जिनपिंग ने दिया था। यह इशारा देने के साथ ही चीन ने ताइवान के करीबी क्षेत्र में रक्षाबलों की गतिविधियाँ गतिमान की हैं।

जून से ‘साऊथ चायना सी’ में लगातार युद्धाभ्यास हो रहा है और इसमें ताइवान पर हमला करने की रिहर्सल के युद्धाभ्यास का भी समावेश है। दूसरी ओर चीनी मछुआरों के जहाज़ों के समावेश वाले ‘नेवल मिलिशिया’ ताइवान की सीमा में लगातार घुसपैठ करते देखे गए हैं। चीन के लड़ाकू विमान एवं युद्धपोत भी ताइवाई के क्षेत्र में प्रवेश कर रहे हैं। चीन की आक्रामक गतिविधियाँ बढ़ने के साथ ही अमरीका और सहयोगी देशों ने भी ताइवान की सहायता के लिए बड़े कदम उठाए हैं।

किंमत मोजावी लागेल, वँग यी

अमरीका के रक्षाखर्च से संबंधित विधेयक में ताइवान की सुरक्षा के मुद्दे वाला ज़िक्र एवं ‘रिम ऑफ पैसिफिक’ जैसे बहुराष्ट्रीय युद्धाभ्यास के लिए ताइवान के समावेश के संकेत देना इसी का हिस्सा है। अंतरराष्ट्रीय समूदाय का ताइवान से बढ़ता सहयोग चीन को अधिकाधिक बेचैन कर रहा है और इस पर इशारों के स्वरूप में प्रत्युत्तर दिया जा रहा है। विदेशमंत्री वैंग यी का इशारा भी इसी प्रत्युत्तर का हिस्सा दिखता है। चीन के ‘ताइवान अफेअर्स ऑफिस’ के प्रवक्ता मा शिओगुआंग ने भी ताइवान के अलगाववादी गुटों ने उकसाने पर सख्त कदम उठाएँ जाएँगे, यह इशारा दिया है।

इसी बीच, चीन ने २०२१ में कुल ९६१ बार ताइवान की हवाई सीमा में घुसपैठ करने की जानकारी ताइवान के रक्षा विभाग ने साझा की है। वर्ष २०२० की तुलना में इस घुसपैठ की मात्रा तिगुनी बढ़ने की बात सामने आयी है। अगले वर्ष इसकी तीव्रता अधिक बढ़ेगी, यह चिंता ताइवान के विश्‍लेषकों ने व्यक्त की है। चीन की घुसपैठ ‘ग्रे ज़ोन वॉरफेअर’ का हिस्सा होने की बात समझी जा रही है।

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