मास्को – ‘रशिया के प्रतिद्वंद्वियों ने रशिया के अंधकारमय भविष्य को लेकर कुछ अनुमान लगाए थे। यह सभी अनुमान गलत साबित हुए हैं’, ऐसी गवाही रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने दी। रशिया-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद अमरीका के साथ पश्चिमी देश और अन्य मित्रदेशों ने रशिया के खिलाफ काफी प्रतिबंध लगाए थे। रशियन अर्थव्यवस्था के अलावा लगभग सभी क्षेत्रों को लक्ष्य करके रशियन हुकूमत को कमज़ोर करने की कोशिश की गई थी। रशिया कमज़ोर होने पर यूक्रेन संघर्ष रोक देगी, यह दावा पश्चिमी देशों ने किया था। लेकिन, प्रतिबंध लगाकर कई महीने बीतने के बावजूद रशिया के यूक्रेन पर हमले जारी हैं और अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुँचाने की कोशिश भी नाकाम हुई दिख रही है। राष्ट्राध्यक्ष पुतिन की यह गवाही इसकी पुष्टि करती है।
पिछले साल फ़रवरी के अन्त में रशिया ने यूक्रेन के खिलाफ सैन्य अभियान शुरू किया था। दस महीने बितने के बावजूद इस अभियान के तहत रशिया के यूक्रेन पर हमले जारी हैं और नए शहरों और कुछ क्षेत्रों पर कब्ज़ा करने के दावे रशिया कर रही है। शुक्रवार को रशिया के रक्षा विभाग ने डोन्बास क्षेत्र के सोलेदार शहर पर कब्ज़ा करने का अधिकृत ऐलान किया। गुरूवार रात १२ जनवरी को सोलेदार यूक्रेन के कब्ज़े से मुक्त करने का रशिया के रक्षा विभाग ने कहा है। अगले आक्रामक अभियान के लिए सोलेदार का कब्ज़ा अहम होने की बात इसमें कही गई है। पश्चिमी माध्यमों ने भी यूक्रेन के सैन्य दल सोलेदार से पीछे हटने का वृत्त प्रदान करके रशिया के दावे का समर्थन किया है।
इसी बीच सोलेदार पर कब्ज़ा करने के साथ ही रशियन सेना ने ‘स्वातोव-क्रेमिना’ में नए हमले किए हैं। साथ ही बाखमत, एवडिवका और डोनेत्स्क शहर के पश्चिमी क्षेत्र में संघर्ष की तीव्रता बढ़ने की बात कही जा रही है। डिनिप्रो नदी के पश्चिमी हिस्से में भी रशियन सेना ने जोरदार हमले शुरू करने की जानकारी साझा की गई। रशिया ने बाखमत शहर पर ध्यान केंद्रीत किया है और खार्किव प्रांत के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ने की तैयारी की जानकारी सूत्रों ने दी। रशिया के इन हमलों के बीच बेलारूस ने अपने आर्टिलरी युनिटस् को अलर्ट पर रहने के आदेश देने का वृत्त सामने आया है।
रशियन हमलों की तीव्रता बढ़ रही है और इसी बीच यूक्रेन ने पश्चिमी देशों से शीघ्रता से हथियारों की आपूर्ति करे, यह मांग तीव्र की है। इस पर फ्रान्स ने जवाब दिया है और ‘एएमएक्स-आरसी १०’ नामक कम भार के टैंक प्रदान करने का निर्णय लिया है। इससे पहले फ्रान्स ने यूक्रेन को ‘सीज़र आर्टिलरी सिस्टम’ एवं टैंक विरोधी मिसाइल्स प्रदान किए थे। यूक्रेन के तकरीबन दो हज़ार सैनिक फ्रान्स में सैन्य प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं, यह भी कहा गया है।
फ्रान्स से प्राप्त होने वाले नए हथियारों पर रशिया ने तीव्र बयान किया है। फ्रान्स का यह निर्णय एक गैरज़िम्मेदाराना कदम है और इससे रशिया-यूक्रेन संघर्ष को अधिक बढ़ावा मिलेगा, ऐसी आलोचना रशिया के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया ज़ाखारोवा ने की है।
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