किव/मास्को – रशिया द्वारा गुरुवार को यूक्रेन के दस प्रांतों पर मिसाइल, रॉकेट और ड्रोन के जोरदार हमलों के बाद यूक्रेन के लाखों घरों की बिजली सप्लाइ बंद हुई थी। इन हमलों में रशिया ने हायपरसोनिक किन्ज़ल मिसाइल भी दागी थी। इन मिसाइलों को रोकने की क्षमता हमारे पास नहीं है, ऐसी कबुली यूक्रेनी सेना ने दी है। इसी बीच रशिया नागरी सुविधाओं को लक्ष्य कर रही है, यह आरोप भी यूक्रेन के राष्ट्राध्यक्ष वोलोदिमीर ज़ेलेन्स्की ने लगाया है। लेकिन, रशिया के शुक्रवार के भीषण हमलों की वजह से यूक्रेन और यूक्रेन का समर्थन करने वाले पश्चिमी सहयोगी देश भी हिल गए हैं।
यूक्रेन ही नहीं बल्कि, पश्चिमी देशों ने भी रशिया द्वारा गुरुवार को किए गए हंलों का गंभीर संज्ञान लिया है। इससे पहले यूक्रेन पर हमला करने के लिए रशिया के पास पर्याप्त मात्रा में मिसाइल और रॉकेटस् ना होने दे दावे पश्चिमी देशों ने किए थे। इस पृष्ठभूमि पर अन्य मिसाइलों के अलावा किन्ज़ल जैसे तकरीबन दो हज़ार किलोमीटर मारक क्षमता वाली मिसाइल का इस्तेमाल करके रशिया ने यूक्रेन के साथ पश्चिमी देशों को भी झटका दिया है। इन हमलों में यूक्रेन की बिजली सप्लाई बंद हुई और लाखों घरों में अंधेरा छाया था।
शुक्रवार को इनमें से कई घरों में बिजली सप्लाइ फिर से शुरू करने में यूक्रेन कामयाब रहा, ऐसे दावे किए जा रहे हैं। इन हमलों के बाद यूक्रेन के राष्ट्राध्यक्ष ज़ेलेन्स्की ने आरोप लगाए कि, रशिया यूक्रेनी जतना को लक्ष्य कर रही है। यूक्रेन की जनता का मनोबल तोड़ने के लिए ही रशिया ने नागरी इलाकों को लक्ष्य किया, ऐसा दावा भी राष्ट्राध्यक्ष ज़ेलेन्स्की ने किया। लेकिन, रशिया ने यह आरोप खारिज किए। हमारे ब्रायन्स्क सीमा के करीबी क्षेत्र पर यूक्रेनी सेना के हमले पर प्रत्युत्तर देने के लिए गुरुवार के हमले किए गए, ऐसा रशिया ने कहा था। रशिया यदि आगे भी ऐसे हमले लगातार करती है तो युद्ध में यूक्रेन ज्यादा समय तक टिक नहीं पाएगा, यह अब स्पष्ट हुआ है।
इस पृष्ठभूमि पर ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने दावा किया है कि, रशिया यूक्रेन पर बार-बार इस तीव्रता के हमले नहीं कर सकती। इस तरह के हमलों में कुछ देर का अंतराल रखने के लिए रशिया मज़बूर होगी, ऐसा ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने कहा है। इन दावों के ज़रिये ब्रिटेन रशिया के तीव्र हमले बर्दाश्त करने वाले यूक्रेन को राहत देने की कोशिश कर रहा है।
लेकिन, यूक्रेन पर हमला करने के लिए हमारे पास पर्याप्त हथियार, गोला-बारूद और मिसाइल होने का ऐलान रशिया ने पहले ही किया था। इसके बावजूद रशिया अपने हथियार और रक्षा सामान का उचित इस्तेमाल कर रही है। वहीं, अमरीका और नाटो से प्राप्त हथियारों का इस्तेमाल करने की सूझ बूझ और कुशलता अब भी यूक्रेनी सेना के पास नहीं है। इसकी वजह से इन हथियारों का और रक्षा सामान का इस्तेमाल यूक्रेन की सेना गैरज़िम्मेदारी से कर रही है, ऐसी शिकायतें कुछ यूरोपिय देशों ने की थीं। वरिष्ठ अधिकारियों का दाखिला देते हुए माध्यमों ने इससे संबंधित खबरें जारी की थीं।
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