युक्रेन ने घातपात करवाकर ‘नोवा काखोव्का’ बाँध को उड़ाया होने का रशिया का आरोप

- युक्रेन तथा नाटो द्वारा रशिया पर दोषारोपण

मॉस्को/किव्ह – रशिया के नियंत्रण में होनेवाले खेर्सन प्रांत के ‘नोवा खाकोव्का’ बाँध का कुछ हिस्सा उड़ा दिया गया है। युक्रेन ने ही घातपात करवाकर बाँध का हिस्सा उड़ा दिया, ऐसा आरोप रशिया ने किया। वहीं, युक्रेन तथा नाटो ने यह दोषारोपण किया है कि बाँध को उड़ा देने के पीछे रशिया का हाथ है। डिनिप्रो नदी के ‘वेस्ट बैंक’ क्षेत्र में युक्रेन द्वारा प्रतिहमले के लिए की जा रही तैयारी में रोड़ा डालने के लिए शायद यह हमला किया गया हो, ऐसा दावा नाटो के अधिकारियों ने किया। बाँध में हुए विस्फोट के कारण नज़दीकी इलाक़े को भयानक आपत्ति का मुक़ाबला करना पड़ेगा, ऐसी चेतावनी युक्रेन ने दी है।

‘नोवा काखोव्का’

मंगलवार को तड़के डिनिप्रो नदी पर खेर्सन प्रांत में बाँधे गये ‘नोवा खाकोव्का’ डैम के ऊपरी भाग में बड़े विस्फोटे हुए। विस्फोट की वजह से बाँध तथा बाँध पर बनाई गई जलविद्युत परियोजना की दीवार का बड़ा हिस्सा ढ़ह गया। उसके बाद तेज़ी से डैम से पानी बहने लगा और पानी का बहुत बड़ा रेला नज़दीकी गाँवों में घुसने की शुरुआत हुई। डिनिप्रो नदी के दोनों तरफ़ होनेवाले लगभग 80 गाँव तथा शहर जलमय होने का डर होकर, 40 हज़ार लोगों का स्थलांतरण करना पड़ेगा ऐसी संभावना है। रशिया तथा युक्रेन की यंत्रणाओं ने बचावकार्य हाथ में लिया होकर, नदी के तट पर रहनेवाले कई गाँव खाली किये जा रहे हैं।

‘नोवा काखोव्का’

इस विस्फोट को लेकर रशिया तथा युक्रेन में आरोप-प्रत्यारोपों का सिलसिला शुरू हुआ है। पिछले सालभर से ‘नोवा खाकोव्का’ बाँध और आसपास का परिसर रशियन सेना के कब्ज़े में है। रशिया ने इस बाँध के परिसर में लैंडमाईन्स और बम बिछाये गये थे। रशिया ने ही बाँध को उड़ा दिया है, ऐसा आरोप युक्रेन ने किया। रशिया ने इससे पहले भी युक्रेन के विभिन्न बाँधों पर हमले किये हैं, इस बात का हवाला भी युक्रेनी अधिकारियों ने दिया। बाँध उड़ा देने का कृत्य रशिया के आतंकी हमलों का हिस्सा होने का दोषारोपण युक्रेन के राष्ट्राध्यक्ष वोलोदिमिर झेलेन्स्की ने किया। नाटो ने भी युक्रेन के दावों का समर्थन किया होकर, प्रतिहमलों की मुहिम में रोड़े पैदा करने के लिए यह हमला किया गया, ऐसा नाटो के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा है।

‘नोवा काखोव्का’

युक्रेन और नाटो ने किये हुए आरोप रशिया ने ठुकराये हैं। उल्टे युक्रेन ने ही घातपात करवाकर डैम का हिस्सा उड़ा दिया, ऐसा आरोप रशियन सरकार के प्रवक्ता दिमित्रि पेस्कोव्ह ने किया। क्रिमिआ की पानी की सप्लाई तोड़ने के लिए तथा युद्धभूमि पर चल रहीं गतिविधियों से ध्यान विचलित करने के लिए युक्रेन की हुक़ूमत ने यह हमला किया, ऐसा पेस्कोव्ह ने कहा। दो ही दिन पहले युक्रेन ने बड़े हमलें शुरू किये थे, लेकिन उसमें उन्हें सफलता नहीं मिली है। इस कारण वे बड़ी दुविधा में फ़ँसे हैं, इसपर भी रशियन प्रवक्ता ने ग़ौर फ़रमाया।

‘नोवा काखोव्का’

युक्रेन की सबसे बड़ी नदी जानी जानेवाली डिनिप्रो नदी पर लगभग छह डैमों का निर्माण किया गया है। ‘नोवा खाकोव्का’ बाँध तथा जलविद्युत परियोजना, इनमें से बड़ी परियोजनाओं में से एक जानी जाती है। इस प्रोजेक्ट से क्रिमिआ प्रांत को भी पानी की आपूर्ति की जाती है, इस कारण इसपर होनेवाला कब्ज़ा रशिया के लिए महत्त्वपूर्ण माना जाता है। पिछले साल युक्रेन की सेना ने खेर्सन प्रांत में डिनिप्रो नदी के पश्चिमी क्षेत्र के इलाक़े पर नियंत्रण हासिल किया था। लेकिन उसके बाद नदी पार करके उर्वरित भाग पर कब्ज़ा करने की कोशिशें नाक़ाम साबित हुई थीं।

इसी बीच, सोमवार रात और मंगलवार के तड़के रशिया ने राजधानी किव पर बड़े मिसाईल हमलें किये होने की जानकारी सामने आयी है। रशिया ने राजधानी किव तथा परिसर में तक़रीबन 35 मिसाईल्स दागे, ऐसा बताया जाता है।

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