ताइपे – ताइवान के पिंगटूंग कौंटी स्थिति सेना के मिसाइल भंड़ार में भीषण विस्फोट होने से चार लोग गंभीर रूप से घायल हुए। ताइवान के राष्ट्राध्यक्ष ने इस घटना की जांच के आदेश जारी किए हैं। कुछ घंटे पहले ही चीन की हुकूमत के लिए जासूसी कर रहे सैनिकों की गिरफ्तारी हुई। इसके बाद ताइवान के इस सैन्य भंड़ार में यह विस्फोट होने की ओर सैन्य विश्लेषक ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। इसी बीच, प्रत्यक्ष सैन्य कार्रवाई करने का खतरा उठाने के बजाय ताइवान को अंदर से खोखला करने की योजना चीन ने बनायी है। कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना ने इसपर काम शुरू किया है, ऐसी चेतावनी ‘सीआईए’ के पूर्व अधिकारी ने इस वारदास से कुछ घंटे पहले ही दी थी।
ताइवानी सेना में लेफ्टनंट और उससे कम पदों पर नियुक्त सैनिक पिछले कुछ सालों से चीन के लिबरेशन आर्मी के लिए जासूसी करने में शामिल होने की बात सामने आयी है। ताइवानी रक्षाबलों के हथियार और प्रौद्योगिकी की जानकारी प्रदान करने का काम चीन के जासूस कर रहे थे। ताइवानी सेना के सेवा निवृत्त वरिष्ठ अधिकारियों को भी अपनी साज़िश का हिस्सा बनाने की तैयारी इस जासूसों ने रखी थी। लेकिन, इस साज़िश की जानकारी प्राप्त होने से बड़ा अनर्ट टल गया, ऐसा ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने कहा। इससे यही स्पष्ट हो रहा है कि, चीन हमारी तैयारी से ड़र गया है, ऐसा दावा ताइवान के अधिकारियों ने किया। इसके बाद ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने अधिक सख्त कदम उठाने का ऐलान किया।
इसके कुछ घंटे बाद ही ताइवान के पिंगटूंग कौंटी के ‘नैशनल चूंग-शान इन्स्टीट्यूट ऑफ सायन्स ॲण्ड टेक्नॉलॉजी’ (एनसीएसआईएसटी) के मिसाइल भंड़ार में गुरूवार सुबह करीबन १० बजे बड़ा विस्फोट हुआ। इससे चार लोग गंभीर रुप से घायल हुए हैं और इनमें से एक की स्थिति चिंताजनक होने का दावा किया जा रहा है। रासायनिक विस्फोट होने से बड़ी आग फैलने का दावा स्थानीय माध्यम ने किया। लेकिन, इस विस्फोट की वजह अभी स्पष्ट नहीं हुई है और इसके जांच के आदेश ताइवान की राष्ट्राध्यक्षा त्साई ईंग-वेन ने दिए हैं। चीनी जासूसों की गिरफ्तारी होने के मात्र कुछ घंटे बाद ही ताइवान में यह विस्फोट होने की आशंका सैन्य विश्लेषक व्यक्त कर रहे हैं।
चीन का ताइवान पर हमला होने की संभावना बढ़ने का दावा किया जा रहा है। पिछले कुछ महीने से चीन ने ताइवान की खाड़ी में सैन्य जमावड़ा एवं गश्त बढ़ाई हैं। चीन के राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग ने ईस्टर्न कमांड को सैन्य तैयारी रखने के आदेश दिए हैं। इस बीच चीन की लिबरेशन आर्मी ने टैंक, तोप और विध्वंसकों की ताइवान के करीबी तट पर तैनाती की है। ताइवान पर चीन का हमला होने का खतरा बढ़ने के बाद अमरीका ने भी ताइवान की सैन्य सहायता बढ़ाई हैं। ताइवान के उप-राष्ट्राध्यक्ष भी अमरीका दौरे पर जाएंगे, यह दावा किया जा रहा है। ऐसा होने पर ताइवान पर हमला होने की संभावना अधिक तीव्र होगी, ऐसी चेतावनियां सैन्य विश्लेषक दे रहे हैं।
लेकिन, ताइवान पर हमला किया तो अमरीका और मित्र देश भी इस युद्ध में उतरेंगे। महज कुछ घंटों के भीतर इस क्षेत्र में भीषण युद्ध छिड़ जाएगा और चीन पर आर्थिक प्रतिबंधों की कार्रवाई होगी, इसका अहसास चीन को है। इस वजह से प्रत्यक्ष हमला करने से दूर रहकर ताइवान को अंदर से खोखला करने की योजना बनाकर चीन ने इसपर काम करना शुरू किया है, ऐसी चेतावनी ‘सीआईए’ के पूर्व अधिकारी डेविड सोर ने दी है। आर्थिक या राजनीतिक मोर्चे पर ताइवान को खोखला करने की तैयारी चीन ने की है। राष्ट्राध्यक्षा त्साई ईंग-वेन की जनतांत्रिक सरकार हटाने के बाद ताइवान पर कब्ज़ा करने में आसानी होगी, ऐसा विचार चीन की इस योजना के पीछे होने का दावा सोर ने किया।
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