जेरूसलम – ‘हमास को मिली सबक से हिजबुल्लाह ने भी सीख प्राप्त करनी चाहिये। कोई भी आतंकवादी सुरक्षित नहीं रह सकेगा’, ऐसा इशारा इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू ने दिया है। हिजबुल्लाह लगातार इस्रायल को धमका रही हैं और लेबनान की सीमा से हिजबुल्लाह ने इस्रायल पर ६२ रॉकेटस् दागने की जानकारी सामने आयी थी। साथ ही हिजबुल्लाह ने इस्रायल पर जारी हमलों की तीव्रता बढ़ाने की तैयारी जुटाई है और इससे पूरा खाड़ी क्षेत्र इस युद्ध में खींचा जाएगा, ऐसी चिंता जताई जा रही है। इस पृष्ठभूमि पर इस्रायल के प्रधानमंत्री ने हिजबुल्ला को हमास से सीख लेने की चेतावनी देना ख्यान आकर्षित कर रहा है।
हमास के प्रमुख नेताओं में से एक सालेह अल-अरूरी को इस्रायल ने लेबनान के बैरूत में २ जनवरी को ड्रोन हमला करके ढ़ेर किया था। इस हमले की कबुली इस्रायल ने नहीं दी है, फिर भी इस मुद्दे को लेकर इस्रायल के नेता सूचक बयान कर रहे हैं। इसके बाद हिजबुल्लाह ने इस्रायल को धमकाया था। अरूरी बैरूत में हिजबुल्लाह की सुरक्षा में था, इस वजह से उसे ढ़ेर करके इस्रायल ने एक ही समय पर हमास, हिजबुल्लाह और उसके पीछे खड़े ईरान को भी झटका दिया है। इसी कारण से अरूरी के मारे जाने पर हमास सहित हिजबुल्लाह और ईरान प्रतिक्रिया दर्ज़ कर रहे हैं।
अरूरी की हत्या इस्रायल के लिए काफी महंगा साबित होगा, ऐसा इशारा ईरान के रिवोल्युशनरी गार्डस् के कुदस् फोर्सेस के ब्रिगेडियर जनरल इस्माईल कानी ने इस्रायल को दिया है। हिजबुल्लाह का प्रमुख हसन नसरल्ला ने भी इस्रायल को इस हमले की बड़ी किमत चुकानी पड़ेगी, ऐसी चेतावनी दी थी। साथ ही लेबनान की जनता ने इस्रायल विरोधी युद्ध के लिए तैयार होने के संदेश भी हसन नसरल्ला ने दिया। इसके मात्र कुछ ही घंटे बाद हिजबुल्लाह ने लेबनान की सीमा से इस्रायल पर रॉकेट हमले शुरू किए। इस्रायल की सीमा में हिजबुल्लाह के ६२ रॉकेट टकराए। लेकिन, इसमें इस्रायल को कोई भी नुकसान नहीं हुआ है, ऐसा दावा इस देश की यंत्रणा ने किया था।
रविवार के दिन इस्रायली मंत्रि मंड़ल की बैठक के बाद प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू ने हिजबुल्लाह को सख्त शब्दों में धमकाया। हिजबुल्लाह ने हमास को मिली सीख से सबक लेनी होगी, ऐसा बयान प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने किया।
साथ ही कोई भी आतंकवादी सुरक्षित नहीं रह सकेगा, यह कहकर इस्रायल आगे के दिनों में भी आतंकवादियों को खत्म किए बिना नहीं रहेगा, ऐसा इशारा नेत्यान्याहू ने दिया है।
इसी बीच, हिजबुल्लाह ने इस्रायल पर हमले किए तो पूरा खाड़ी क्षेत्र युद्ध में धकेला जाएगा, ऐसी चिंता अमेरिका और यूरोपिय देश व्यक्त कर रहे हैं। ऐसा न हो, इसके लिए अमेरिका ने अपनी गतिविधियां शुरू की हैं और जल्द ही अमेरिका के विदेश मंत्री एंथनी ब्लिंकन इस्रायल का दौरा करेंगे। लेकिन, कुछ भी हो इस्रायल हमास के आतंकवादियों को खत्म किए बिना शांत नहीं बैठेगा, यही इस्रायल ने अरूरी को ढ़ेर करके दर्शाया है। लेबनान की हिजबुल्लाह हमास के दस गुना अधिक ताकतवर संगठन हैं, यह कहकर अमेरिकी विश्लेषक इस्रायल को इस युद्ध के विरोध में आगाह कर रहे हैं। लेकिन, इस्रायल हिजबुल्लाह की भी परवाह नहीं करेगा और हमास के हालात भी हिजबुल्लाह जैसी कर सकता हैं, ऐसा इशारा प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू दे रहे हैं। इस्रायली रक्षाबलों की गाजा पट्टी में शुरू हमास विरोधी सैन्य कार्रवाई खत्म होने की कगार पर हैं और ऐसे में आगे के समय में इस्रायल हिजबुल्लाह पर अपना ध्यान केंद्रीत कर सकता है, ऐसे दावे कुछ सामरिक विश्लेषक कर रहे हैं। इसी कारण से इस्रायल ने अरूरी को ढ़ेर किया होगा, ऐसा दावा इन विश्लेषकों ने किया है।
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