बीजिंग/वॉशिंगटन – चीन द्वारा अल्पसंख्यक उइगर वंशी इस्लाम धर्मियों की प्रताडना हो रही है| चीन में शुरू इन अत्याचारों में काफी मात्रा में बढोतरी होती दिखाई दे रही है| इसके पहले चीन ने ११ लाख उइगरों को नजरबंद किया था| यह घटना सामने आने के बाद अब चीन ने झिंजिआंग प्रांत में रह रहे उइगर वंशियों पर नजर रखने के लिये ११ लाख गुप्तचर तैनात किये है, यह समाचार है| यह गुप्तचर ‘हान’ वंश के सरकारी कर्मचारी और सत्ता में रहे कम्युनिस्ट पक्ष के सदस्य है| इन सभी गुप्तचरों को उइगर वंशी लोगों के घरों में रहकर नजर रखने के आदेश दिये गये है|
चीन की हुकूमत उइगर और अन्य वंश के इस्लाम धर्मियों की ओर देशद्रोही के तौर पर देखती है| उनकी गतिविधियों पर कडी नजर रखने के लिये चीनने पिछले कुछ वर्षों से झिंजिआंग और निकट के क्षेत्र में सेना की तैनाती बडी मात्रा में बढाई है| इस क्षेत्र में ‘सीसीटीव्ही’ और सुरक्षा से संबंधि अन्य उपाय और योजना कार्यान्वित की है| इन सभी गतिविधियों के लिये चीन लगातार आतंकविरोधी मुहीम और सुरक्षा का कारण दे रहा है| चीन के इस निर्णय की आलोचना हो रही है, तभी चीन के हुकूमत ने अब उइगर वंशी इस्लाम धर्मियों पर नजर रखने के लिये अब अन्य विकल्प का इस्तेमाल शुरू किया है|
पिछले वर्ष डिसंबर महीने में चीन ने झिंजिआंग प्रांत में ‘बिकमिंग फॅमिली वीक’ नाम से कार्यक्रम शुरू किया था| इस दौरान सत्ता में रहे कम्युनिस्ट पक्ष के सदस्यों को उइगर वंशी लोगों के घरों में एक हफ्ते के लिये भेजा गया था| यह कार्यक्रम यानी बडी मुहिम का परीक्षण था, यह स्पष्ट हुआ है| इस वर्ष के शुरूवात में चीन शासन ने ‘पेअर अप अँड बिकम फॅमिली’ नाम से व्यापक मुहिम शुरू की|
इस मुहिम के तहत लगभग ११ लाख स्थानीय सरकारी कर्मचारीयों को उइगर वंशी परिवार में जाकर रहने के आदेश दिये गये थे| हर दो महीनों बाद पांच दिन के लिये सरकारी कर्मचारी उइगर वंशी परिवार में रहेंगे, यह आदेश में कहा गया है| लेकिन घर में ही नही, बल्कि उइगर वंशीयों के नीजि और पारिवारिक कार्यक्रम और प्रार्थना स्थलों पर मौजूद रहने के आदेश कर्मचारियों को दिए गए थे|
इस समाचार के प्रति अपने विचार एवं अभिप्राय व्यक्त करने के लिए नीचे क्लिक करें:
https://twitter.com/WW3Info | |
https://www.facebook.com/WW3Info |