काबुल/वॉशिंग्टन – अफ़गानिस्तान की राजधानी काबुल में स्थित बालिका विद्यालय के करीब आतंकियो ने किए बम विस्फोट में १५ लोग मारे गए हैं। इसी बीच अफ़गान सेना और तालिबान के बीच बीते २४ घंटों के दौरान हुए अब तक के सबसे बड़े संघर्ष में २५० तालिबानी ढ़ेर हुए हैं। इस संघर्ष में १६ अफ़गान सैनिक भी मारे गए हैं। इस कार्रवाई में तालिबान के बड़े कमांड़र के मारे जाने का ऐलान अफ़गान रक्षा मंत्रालय ने किया है। साथ ही तालिबान के विरोध में जारी संघर्ष में स्थानीय लोगों ने भी हथियार उठाए होने की खबरें भी सामने आ रही हैं।
खूनखराबा करके अफ़गानिस्तान की सत्ता कब्ज़ा करने का उद्देश्य तालिबान नहीं रखता है, ऐसा बयान दोहा में हुई चर्चा में तालिबान के वरिष्ठ कमांडर शेर मोहम्मद अब्बास स्तानिकज़ाई ने किया है। अमरीका, ब्रिटेन, जर्मनी, स्वीडन, नॉर्वे और संयुक्त राष्ट्रसंघ के प्रतिनिधियों के साथ शनिवार के दिन वर्चुअल बैठक में स्तानिकज़ाई ने यह बात स्पष्ट की। लेकिन, अफ़गानिस्तान में इस्लामी हुकूमत स्थापित करना आवश्यक है। राष्ट्राध्यक्ष गनी के साथ गठबंधन की सरकार स्थापित करके यह मुमकिन नहीं होगा, ऐसा कहकर स्तानिकज़ाई ने अफ़गान सरकार के साथ बातचीत मुमकिन ना होने की बात फिर से कही है।
तालिबान के कमांडर ने महिलाओं और लड़कियों को भी समान अधिकार देने का आश्वासन इस बैठक में दिया है। लेकिन, इस बैठक के कुछ ही घंटे बाद शनिवार के दिन राजधानी काबुल में स्थित सईद अल-शुहादा नामक बालिका विद्यालय के करीब बड़ा बम विस्फोट हुआ। इस विस्फोट में १५ लोगों की मौत हुई है और २० घायल होने की जानकारी अंदरुनि सुरक्षा मंत्रालय ने साझा की है। इस हमले की ज़िम्मेदारी अभी किसी भी संगठन ने स्वीकारी नहीं है। लेकिन, इस हमले के लिए तालिबान ही ज़िम्मेदार होने का दावा अफ़गान माध्यम कर रहे हैं।
अफ़गान सेना ने बीते २४ घंटों के दौरान नांगरहार, लघमान, गज़नी, कंधार, उरूझ्गन, हेरात, फराह, हेल्मंड और बाघलान प्रांतों में चलाई मुहिम में २५० तालिबानियों को मार गिराया। इन हमलों में १०६ के घायल होने की जानकारी भी अफ़गान रक्षा मंत्रालय ने साझा की है। साथ ही बाघलान प्रांत के दहाना-ए-घौरी जिला तालिबान के कब्ज़े से मुक्त करने में अफ़गान सेना कामयाब हुई है।
बाघलान में हुई कार्रवाई में ३१ तालिबानी ढ़ेर हुए हैं और इनमें पाकिस्तानी आतंकियों का भी समावेश होने की जानकारी अफ़गान रक्षा मंत्रालय ने प्रदान की है। बाघलान पुलिस ने साझा की हुई जानकारी के अनुसार तालिबान के विरोध में जारी कार्रवाई और अफ़गान सेना की सहायता के लिए स्थानीय लोगों ने भी हथियार उठाए हैं। इस वजह से अगले दिनों में अफ़गानिस्तान में जारी तालिबान विरोधी संघर्ष अधिक तीव्र होने के आसार बढ़ रहे हैं।
इसी बीच, अफ़गानिस्तान से अपने सैनिकों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए अमरीका ने अतिरिक्त विमान भेजे हैं। इनमें ‘एफ-१८’ लड़ाकू विमानों का भी समावेश है। इसी दौरान अमरीका के वरिष्ठ सिनेटर मिश मैक्कॉनेल ने अफ़गानिस्तान से जारी सेना की वापसी को लेकर चिंता जताई है। मौजूदा वर्ष के अन्त तक तालिबान अफ़गानिस्तान पर कब्ज़ा करेगी, ऐसा बयान मैक्कॉनेल ने किया है। ऐसे में यूरोपिय देशों ने निवेदन करके अमरीका को अफ़गानिस्तान से सेना वापसी की गति कम करने को कहा है।
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