मास्को/वॉशिंग्टन – अमरीका किसी भी स्थिति में रशिया-यूक्रैन युद्ध चाहती है, ऐसा गंभीर आरोप रशिया के विदेश मंत्रालय ने लगाया है। अमरीका की यूरोप में हो रही सेना तैनाती एवं युद्ध को लेकर किए जा रहे दावे इसी के निदर्शक हैं, ऐसा इशारा रशियन विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया झाखारोव्हा ने दिया। अमरीका के साथ ही नाटो को भी रशिया-यूक्रैन क्षेत्र में शांति नहीं चाहिये, ऐसा रशिया की वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है। वहीं, अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने यह बयान किया है कि यूक्रैन के मुद्दे पर रशिया और अमरीका एक-दूसरें के सामने खड़े होने पर विश्वयुद्ध शुरू होगा। जर्मन अखबार ‘डर स्पिगेल’ ने यह खबर दी है कि रशिया ने १६ फ़रवरी को यूक्रैन पर हमला करने की योजना बनायी है।
बीते कुछ दिनों से अमरीका लगातार रशिया-यूक्रैन संघर्ष के आक्रामक दावे कर रही हैं। अमरीका के वरिष्ठ अधिकारी एवं माध्यम लगातार ये इशारें भी दे रहें हैं कि रशिया कभी भी यूक्रैन पर हमला कर सकता है। यूक्रैन के राष्ट्राध्यक्ष ने इसपर नाराज़गी जताकर यह बयान किया था कि ऐसे इशारों के कारण यूक्रैन में बेवजह ड़र का माहौल बन रहा है। लेकिन, इसके बावजूद भी अमरीका से इस तरह के दावे हो रहे हैं और रशिया ने इसपर तीखा प्रत्युत्तर दिया है।
‘अमरीका के शासकों का उन्माद अब अधिक स्पष्ट तौर पर दिखाई देने लगा है। अमरीका और पश्चिमी देशों का एंग्लो-सैक्सन गुट ही किसी भी स्थिति में युद्ध चाहता है। उकसाना, धमकाना और दुष्प्रचार के माध्यम से अमरीका और सहयोगी देश अपनी अंदरुनि समस्याओं का हल निकालने की कोशिश में हैं। अमरीका का सैन्य-राजनीतिक गठबंधन फिर एक बार आम लोगों का जीवन तबाह करने के लिए तैयार हुआ है। पश्चिमी देशों का सैन्यवाद एवं साम्राज्यवाद की महत्वाकांक्षा खुलकर सामने आ रहे हैं और पूरा विश्व इसे देख रहा है’, इन शब्दों में रशिया के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया झाखारोव्हा ने अमरीका की आलोचना की।
रशिया के उप-विदेशमंत्री आंद्रे रुडेन्को ने भी पश्चिमी देशों को लक्ष्य किया। ‘नाटो यूक्रैन में शांति नहीं चाहता। नाटो का उद्देश्य सिर्फ रशिया को रोकना या कमज़ोर करना ही है। ऐसें में रशिया ने, हमला नहीं करेंगे, यह लगातार कहा, फिर भी नाटो सदस्य देश भरोसा नहीं करते। पश्चिमी देशों के साथ यूक्रैन को रशिया के बयान नज़रअंदाज ही करने हैं’, ऐसा दावा रुडेन्को ने किया।
अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने गुरुवार को यूक्रैन में मौजूद अमरिकी नागरिकों को देश छोड़ने के निर्देश दिए। इसपर बोलते समय उन्होंने अमरीका और रशिया ने एक-दूसरें पर गोलियाँ चलानी शुरू की, तो विश्वयुद्ध छिड़ जाएगा, यह चेतावनी भी दी थी। इसी दौरान अमरीका ने पोलैण्ड में तीन हज़ार अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती करने का ऐलान भी किया था। अमरीका ने यूरोप में नई सैन्य तैनाती करने का बीते १५ दिनों में यह दूसरा अवसर है। इससे पहले किए ऐलान में अमरीका ने पोलैण्ड समेत जर्मनी एवं रोमानिया में फौज़ तैनात करने का ऐलान किया था।
इसी बीच, ‘डर स्पिगेल’ नामक जर्मन अखबार ने यूक्रैन पर रशिया के हमले को लेकर सनसनीखेज दावा किया हैं। रशिया १६ फ़रवरी को यूक्रैन पर हमला करेगा, यह जानकारी पश्चिमी गुप्तचर यंत्रणाओं को प्राप्त हुई है, ऐसा जर्मन अखबार ने कहा हैं। इस पृष्ठभूमि पर शनिवार को अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन और फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष इमैन्युएल मैक्रॉन शनिवार को रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन से फोन पर बातचीत करेंगे, ऐसा बताया जा रहा है।
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