चीन ने ताइवान की खाड़ी में युद्धाभ्यास का दायरा बढ़ाया

- पनडुब्बियों को डुबाने का युद्धाभ्यास शुरू; ताइवान ने सेना को हाय अलर्ट पर रखा

बीजिंग – अमरिकी सभापति नैन्सी पेलोसी की ताइवान यात्रा के निषेध में चीन ने ताइवान की खाड़ी में युद्धाभ्यास शुरू किया था। चीन की सेना का यह युद्धाभ्यास रविवार को खत्म हुआ। लेकिन, चीन ने और चार दिन के लिए अपना युद्धाभ्यास जारी रखने का ऐलान किया। पहले का युद्धाभ्यास हमारे विरोध में ही था, यह आरोप ताइवान ने लगाया था। ऐसे में चीन का यह विस्तारित युद्धाभ्यास इस क्षेत्र में गश्‍त लगा रही अमरीका के लिए इशारा होने का दावा किया जा रहा है।

ताइवान की खाड़ी में युद्धाभ्यास

पेलोसी ने पिछले हफ्ते ताइवान की यात्रा की थी। इसके बाद कुछ ही घंटों में चीन की पिपल्स लिबरेशन आर्मी ने ताइवान को घेरनेवाले युद्धाभ्यास का ऐलान किया था। साथ ही चीन की मिसाइल्स ताइवान की हवाई सीमा पार करके पूर्व के समुद्री क्षेत्र में गिरने की खबरें प्राप्त हुई थीं। इस युद्धाभ्यास में चीन ने ताइवान की दिशा में कुल ११ डौंगफेंग मिसाइल्स दागीं, यह जानकारी सामने आयी थी। ऐसे में चीन के डेढ़ सौ से अधिक लड़ाकू विमान, बॉम्बर्स ने ताइवान की हवाई सीमा के करीब से उड़ान भरी थी। चीन का यह युद्धभ्यास ताइवान को चेतावनी देता है और साथ ही ताइवान पर हमलें करने का अभ्यास होने का आरोप ताइवान ने लगाया था।

ताइवान के इर्द-गिर्द किया गया यह युद्धाभ्यास रविवार की दोपहर के समय पूरा हुआ। चीन ने ही इसका ऐलान किया था। लेकिन, अगले कुछ घंटों में चीन ने ‘प्रैक्टिकल जॉर्इंट एक्सरसाईज इन सी ऐण्ड एअरस्पेस’ नामक युद्धाभ्यास शुरू किया है। इसके तहत मिसाइलकों का हमला और ताइवान की खाड़ी में लड़ाकू विमान और पनडब्बियाँ और विध्वंसकों को लक्ष्य करने का युद्धाभ्यास किया जाएगा। चीन का यह युद्धाभ्यास ताइवान की खाड़ी और इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में सफर कर रही अमरिकी पनडुब्बियों और युद्धपोतों के लिए चेतावनी देने का दावा माध्यम कर रहे हैं। यह युद्धाभ्यास भी ताइवान की समुद्री सीमा तक आगे बढ़ाने की बात चीन ने तय की, यह दावा यूरोपिय माध्यमों ने किया है।

ताइवान की खाड़ी में युद्धाभ्यास

चीन ने फिर से शुरू किए इस युद्धाभ्यास पर ताइवान ने जोरदार आलोचना की है। चीन का युद्धाभ्यास इस क्षेत्र में तनाव बढ़ा रहा है और इस वजह से वर्णित क्षेत्र के देशों की सुरक्षा के लिए खतरा बना है, यह आरोप ताइवान ने लगाया। ऑस्ट्रेलिया की विदेशमंत्री पेनी वाँग ने भी इस मुद्दे पर चीन की कड़ी आलोचना की। पेलोसी की यात्रा का कारण बताकर चीन इस क्षेत्र में तनाव बढ़ाने की अपनी भूमिका का समर्थन ना करे, यह भी विदेशमंत्री वाँग ने कहा। साथ ही चीन इस तनाव को कम करने के लिए पहल करे, यह आवाहन भी वाँग ने किया।

इसी बीच चीन का युद्धाभ्यास संकट की श्रृंखला की चोटी का है, ऐसा इशारा फ्रान्स के विश्‍लेषक दे रहे हैं। तनाव कम करने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय कर रहे आवाहन को अनदेखा करके चीन यहां का तनाव बढ़ा रहा है, ऐसा इशारा फ्रान्स के विश्‍लेषक दे रहे हैं।

लेकिन, ऐसी आलोचना को अनदेखा करके चीन अपनी ताकत का प्रदर्शन के लिए सबसे ज्यादा अहमियत देता दिख रहा है। यह बात चीनी हुकूमत की अंदरुनी राजनीति से जुड़ी होने के मुद्दे पर कुछ विश्‍लेषक ध्यान आकर्षित कर रहे हैं।

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