जेरूसलेम – गुरुवार से इस्रायल-हमास के बीच चार दिन का संघर्षविराम लागू होगा। हमास ने इसकी घोषणा की। ५० इस्रायली अपहृतों की रिहाई के बदले इस्रायल अपने कब्ज़े में रहनेवाले १५० हमाससमर्थकों को रिहा करनेवाला है। उनपर गंभीर अपराध दर्ज़ ना होने के कारण यह फ़ैसला किया गया होने के संकेत इस्रायल की सरकार दे रही है। लेकिन संघर्षविराम के लिए हालाँकि इस्रायल तैयार हुआ, फिर भी अपने सारे उद्देश्य पूरे किये बगैर इस्रायल युद्ध रोकनेवाला नहीं, ऐसी चेतावनी इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू ने दी है।
संघर्षविराम पर हमास के नेताओं के साथ चर्चा करने के लिए इस्रायल की गुप्तचर यंत्रणा मोसाद के प्रमुख कतार में दाखिल हुए थे। इसके बाद हमास ने घोषित किया कि गुरुवार को स्थानीय मानक समय के अनुसार दस बजने से लेकर संघर्षविराम लागू किया जायेगा। साथ ही, इस्रायली अपहृतों की रिहाई की प्रक्रिया शुरू की जायेगी, ऐसा हमास ने कहा है। इस्रायल के हमास पर हमलें शुरू होने के बाद, लेबेनॉन की सीमा पर से इस्रायल पर हमलें करनेवाले हिजबुल्लाह इस ईरानसमर्थक संगठन ने भी ऐलान किया है कि वह इस्रायल-हमास संघर्षविराम का सम्मान करेगा। संघर्षविराम के दौरान हिजबुल्लाह भी इस्रायल पर हमलें नहीं करेगा, ऐसी जानकारी हिजबुल्लाह ने दी है।
संघर्षविराम पर चर्चा करने के लिए मंगलवार रात को शुरू हुई इस्रायली मंत्रिमंडल की बैठक छह घंटे चली और उसके बाद संघर्षविराम के प्रस्ताव पर मुहर लगायी गयी। इस संघर्षविराम के अनुसार, हमास के कब्ज़े में रहनेवाले लगभग ५० बच्चें तथा महिलाओं को रिहा किया जायेगा। वहीं, इस्रायल अपने कब्ज़े में रहनेवाले तक़रीबन १५० हमाससमर्थकों को रिहा करेगा। उनपर गंभीर अपराध दर्ज़ ना होने का दावा किया जाता है। इसलिए उनकी रिहाई का फ़ैसला करना इस्रायली सरकार के लिए आसान बना दिखायी दे रहा है साथ ही, आनेवाले दौर में, गंभीर गुनाह दर्ज़ न होनेवाले और कुछ लोगों को रिहा करने की तैयारी भी इस्रायल की सरकार ने दर्शायी है।
इस संघर्षबंदी के कारण गाज़ा की जनता को कुछ समय तक राहत मिलनेवाली है। इस्रायल के हमले में गाज़ा के १४ हज़ार से भी अधिक लोग मारे गये होने का दावा किया जाता है। गाज़ास्थित हमास की स्वास्थ्य यंत्रणाओं ने तो, शवों की गिनती करने की क्षमता ही अपने पास बची ना होने की जानकारी आन्तर्राष्ट्रीय माध्यमों को दी। साथ ही, इस्रायल के हमास पर हो रहे हमलों के कारण गाज़ा में विस्थापित होनेवालों की संख्या दस लाख के पार पहुँची होने की जानकारी दी जाती है।
हमास के साथ हालाँकि संघर्षविराम हुआ है, फिर भी युद्ध नहीं रुकेगा, ऐसी चेतावनी इस्रायल के प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने दी है। जो लोग यह सोच रहे हैं कि इस्रायल अपने हेतु पूरे करने से पहले इस युद्ध को रोकेगा, वे मूर्ख हैं। इस्रायल जब तक हमास के कब्ज़े में रहनेवाले सभी अपहृतों को नहीं छुड़वा लेता और जब तक हमास का सर्वनाश नहीं करता, तब तक यह युद्ध जारी रहेगा। गाज़ा में हमास का ख़तरा फिर से संभव नहीं होगा, इसकी तसल्ली किये बगैर इस्रायल युद्ध रोकना मुमक़िन ही नहीं है, ऐसे तीखे शब्दों में प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने अपने देश की भूमिका रखी।
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