न्यूयॉर्क – गाजा पट्टी का संघर्ष खतरनाक स्तर पर जा पहुंचा है और वहां शीघ्रता से युद्ध विराम लागू करने की मांग संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव एंटोनियो गुतेरस ने की थी। राष्ट्र संघ की सुरक्षा परिषद में इस मुद्दे पर वोटिंग हुई। लेकिन, राष्ट्र संघ के स्थायी सदस्य अमेरिका ने नकाराधिकार का इस्तेमाल करके युद्ध विराम का यह प्रस्ताव ठुकराया। यह प्रस्ताव वास्तव से अनुरूप नही है और इससे गाजा की स्थिति में किसी भी तरह का बदलाव नहीं होता, ऐसा अमेरिका ने स्पष्ट किया है। लेकिन, हमास के साथ चीन, ईरान और तुर्की ने अमेरिका के इस निर्णय पर गुस्सा व्यक्त किया है। अमेरिका का यह निर्णय अफसोसजनक होने की आलोचना चीन ने की है। वहीं, इससे खाड़ी में विस्फोट होगा, ऐसी चेतावनी ईरान ने दी है।
संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव गुतेरस ने इस्रायल-गाजा संघर्ष पर ‘आर्टिकल ९९’ लागू करने का ऐलान किया था। गुतेरस का यह प्रस्ताव शुक्रवार को सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी और दस अस्थायी ऐसे कूल १५ सदस्यों की बैठक में पेश किया गया। पिछले दो महीनों से शुरू इस संघर्ष को रोकने के समर्थन में १५ में से १३ सदस्यों ने वोट किया। ब्रिटेन ने इस वोटिंग में तटस्थ भूमिका अपनाई और राष्ट्र संघ में अमेरिका के उप-राजदूत रॉबर्ट वुड ने इस प्रस्ताव पर नकाराधिकार इस्तेमाल किया।
युद्ध विराम का यह प्रस्ताव इस्रायल-गाजा के वास्तव पर भाष्य नहीं करेंगे, ऐसा उप-राजदूत वुज ने कहा। साथ ही गाजा पट्टी में युद्ध विराम लागू करने के कारण इस क्षेत्र की स्थिति में बिल्कुल भी फर्क नहीं होगा। अमेरिका युद्ध विराम के खिलाफ नहीं, लेकिन इस प्रस्ताव की वजह से हमास फिर से गाजा पर नियंत्रण रखने में कामयाब होगी और यह युद्ध विराम आगे के संघर्ष के बीज बोने की घटना साबित होगी, ऐसी चेतावनी अमेरिका के उप-राजदूत वुड ने दी। साथ ही इस युद्ध विराम के लिए पहल कर रहे देश इस संघर्ष के जड़ों के मुद्दों पर बोलने के लिए तैयार नहीं हैं, यह आरोप भी वुड ने लगाया।
अमेरिकी उप-राजदूत ने इस प्रस्ताव पर नकाराधिकार का इस्तेमाल करने की वजह से चीन, तुर्की, ईरान ने अमेरिका को फटकार लगाई है। युद्ध विराम का विरोध करने का अमेरिका ने किया निर्णय दुर्भाग्यवश है, ऐसी आलोचना चीन ने की। वहीं, संयुक्त राष्ट्र संघ की सुरक्षा परिषद में बदलाव करने की आवश्यकता होने का बयान तुर्की ने किया है। अमेरिका का नकाराधिकार अमानवीय होने का अजब आरोप आतंकी संगठन हमास ने लगाया है। वहीं, हमास के हमलों के समर्थन में खड़े ईरान ने अमेरिका को चेतावनी दी है।
अमेरिका जब तक गाजा पट्टी पर इस्रायल की जारी कार्रवाई का समर्थन करती रहेगी, तब तक खाड़ी में अनियंत्रित विस्फोट होते रहेंगे, ऐसी चेतावनी ईरान के विदेश मंत्री हुसेन आमिर अब्दोल्लाहियान ने दी है।
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