तेहरान/लंदन – येमन के हौथी विद्रोहियों ने रेड सी से गुजर रहे ‘एमएससी प्लैटिनम थ्री’, ‘अल जसराह’ और ‘मर्स्क’ इन तीन जहाजों पर रॉकेट हमले किए। मात्र चौबीस घंटे के फर्क से विद्रोहियों ने इस समुद्री क्षेत्र में तीन मालवाहक जहाजों पर हमले करके आतंक फैलाया है। येमन के विद्रोहियों के ऐसे बढ़ रहे हमलों की पृष्ठभूमि पर अमेरिका ने रेड सी की सुरक्षा के लिए स्वतंत्र टास्क फोर्स गठित करने का ऐलान किया है। साथ ही अमेरिका ने अपने मित्र देशों से भी इस टास्क फोर्स का हिस्सा होने के लिए आवाहन किया है। ऑस्ट्रेलिया जल्द ही अपना विध्वंसक इस समुद्री क्षेत्र में रवाना कर रहा हैं। लेकिन, रेड सी के क्षेत्र में अमेरिका की शुरू इन नौसैनिक गतिविधियों की वजह से ईरान की बेचैनी बढ़ी है। ‘रेड सी’ की सुरक्षा के लिए अमेरिका मित्र देशों के साथ गठित कर रहा यह टास्क फोर्स भविष्य में संकट से घिर जाएगा, ऐसी चेतावनी ईरान के रक्षा मंत्री मोहम्मद रेझा अश्तियानी ने दी।
येमन के हौथी विद्रोही मिसाइल और ड्रोन हमले करके रेड सी के क्षेत्र में मालवाहक जहाजों की यातायात प्रभावित कर रहे हैं। पिछले चार दिनों से इन विद्रोहियां ने वर्णित समुद्री क्षेत्र में बड़े देशों के बड़े जहाजों को लक्ष्य करना शुरू किया है। गुरुवार के दिन जानीमानी डैनिश शिपिंग कंपनी ‘मर्स्क’ के टैंकर की दिशा में रॉकेट हमला हुआ। इस हमले में टैंकर का बड़ा नुकसान नहीं हो सका। यह जहाज रेड सी से सौदी अरब जा रहा था और इसी दौरान इस हमले को अंजाम दिया गया। शुक्रवार के दिन लाइबेरियन फ्लैग के‘एमएससी प्लैटिनम थ्री’ नामक मालवाहक जहाज पर मिसाइल हमला किया गया। विद्रोहियों ने दागे मिसाइल प्लैटिनम थ्री जहाज से टकराने की जानकारी सामने आ रही है। लेकिन, इस हमले में जहाज का कितना नुकसान हुआ, यह अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। इसके अलावा ‘अल जसराह’ पर दागे दोनों मिसाइल निर्धारित किए लक्ष्य से टकराने से चुक गए।
हौथी ने लगातार दुसरे दिन बड़ी कंपनियों के जहाज को लक्ष्य किया है। इसमें भी इन जहाजों की कंपनियां और इन जहाजों से इस्रायल के दूर दूर तक कोई संबंध नहीं हैं। फिर भी हमारे जहाजों को लक्ष्य किया जा रहा हैं, ऐसी शिकायत इन कंपनियों ने की है। येमन के विद्रोही रेड सी के क्षेत्र में इस तरह से हमले करना जारी रखते हैं तो इससे वर्णित समुद्री क्षेत्र में मालवाहक जहाजों की यातायात बाधित होगी, कर्मचारियों की जान के लिए भी खतरा होगा। इस वजह से अपने जहाज और कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए रेड सी के लिए विकल्प के तौर दक्षिण अफ्रीका के केप टाऊन से लंबा रास्ता अपनाने को अनुमति देने की मांग मर्स्क कंपनी ने की है।
केप टाऊन से मुडकर सफर करने से इन मालवाहक जहाजों की यात्रा का अवधि बढ़ेगा और इससे उत्पाद की कीमत भी बढ़ेगी, इस मुद्दे पर आर्थिक विश्लेषक ध्यान खींच रहे हैं। लेकिन, अभी ऐसा कोई भी निर्णय नहीं हुआ है। लेकिन, आगे के समय में अन्य देश और कंपनियां भी ऐसी मांग उठा सकते हैं। इसकी याद विश्लेषक कई विश्लेषक दिला रहे हैं। रेड सी में मालवाहक जहाजों का सफर सुरक्षित करने के लिए अमेरिका ने ऑस्ट्रेलिया की सेना को फिर से आवाहन किया है। फ्रान्स का विध्वंसक पहले से इस क्षेत्र में गश्त लगा रहा हैं। इस बीच ब्रिटेन का विध्वंसक इस समुद्री क्षेत्र की ओर रवाना हुआ है। ऐसे में ऑस्ट्रेलिया भी अपना विध्वंसक रवाना कर रहा है।
इस पृष्ठभूमि पर ईरान के रक्षा मंत्री ने टास्क फोर्स का निर्माण करने की योजना पेश करने वाली अमेरिका को चेतावनी दी है। ‘अमेरिका ने ऐसी अवैध कार्रवाई की तो इसके काफी बड़े परिणाम होंगे’, ऐसी चेतावनी ईरान के रक्षा मंत्री ने दी। ईरान का वर्चस्व होने वाले क्षेत्र में कोई भी अन्य खाड़ी देश चुनौती नहीं देता, ऐसा कहकर रक्षा मंत्री मोहम्मद रेझा अश्तियानी ने अमेरिका को धमकाया है।
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