दमास्कस/तेहरान – सीरिया की राजधानी दमास्कस में इस्रायल ने किए हवाई हमलों में ईरान के रिवोल्युशनरी गार्डस् का वरिष्ठ कमांडर सय्यद राझी मुसावी मारा गया। ईरान के सरकारी माध्यमों ने यह जानकारी साझा की। ईरान ने मुसावी को सीरिया में बतौर सैन्य सलाहकार नियुक्त किया था। इस वजह से मुसावी को ढ़ेर करके इस्रायल ने ईरान को बड़ा झटका दिया हैं, ऐसा दावा भी किया जा रहा है। इससे गुस्सा हुए ईरान ने अब इशारा देते हुए यह कहा है कि, इस्रायल को इसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी।
दमास्कस के आग्नेय इलाके के सईदा झिनाब क्षेत्र पर सोमवार दोपहर हुए हवाई हमले में चार लोग मारे गए। इनमें ईरान के रिवोल्युशनरी गार्डस् का वरिष्ठ कमांडर और सीरिया में स्थित ईरान से जुड़ी संगठन के तीन आंकवादियों का समावेश होने की प्राथमिक जानकारी सामने आयी थी। इस्रायल की इस हवाई कार्रवाई में ईरान का वरिष्ठ कमांडर सय्यद राझी मुसावी के मारे जाने की जानकारी ईरानी हुकूमत से जुड़ी वृत्तसंस्था ‘तस्निम’ ने प्रदान की।
ईरान के कुदस् फोर्सेस के प्रमुख कासेम सुलेमानी के सहायक के तौर पर मुसावी ने सीरिया में रिवोल्युशनरी गार्डस् का नेतृत्व किया था। सीरिया में इस्रायल विरोधी सैन्य गठबंधन खड़ा करने का ज़िम्मा मुसावी को दिया गया था। ऐसे में मुसावी के मारे जाने से ईरान को भारी नुकसान पहुंचने का दावा किया जा रहा हैं।
सीरिया स्थित ईरान के दूतावास ने मुसावी को लेकर घुमजाव किया था। पिछले कुछ सालों से मुसावी को दमास्कस में ईरान के दूतावास का वरिष्ठ अधिकारी बनाकर नियुक्त किया गया था। उनके घर लौटते समय इस्रायल ने यह हमला करने का आरोप ईरान के दूतावास ने लगाया है। वहीं, ईरान के राष्ट्राध्यक्ष इब्राहिम रईसी ने सीरिया में इस्रायल ने की हुई इस कार्रवाई को अंजाम देने पर धमकाया हैं।
‘गाजा में शुरू युद्ध की वजह से हताश और कमजोर हुए इस्रायल ने यह कार्रवाई करके बड़ी गंभीर गलती की है। इसके लिए इस्रायल को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी’, ऐसा रईसी ने धमकाया हैं। वहीं, ईरान के रिवोल्युशनरी गार्डस् ने भी मुसावी की हत्या के लिए इस्रायल को लंबे परिणामों का सामना करना होगा, ऐसी चेतावनी दी। लेकिन, मुसावी सीरिया में ईरान के रिवोल्युशनरी गार्डस् का नेतृत्व कर रहा था, इस खबर को ईरान की सरकार ने ठुकराया है।
पिछले कुछ सालों से इस्रायल लगातार सीरिया में हवाई हमले कर रहा हैं। सीरिया में हिजबुल्लाह और अन्य आतंकवादी संगठनों को हथियारों की आपूर्ति कर रहे ईरान के हितसंबंधों को लक्ष्य करने का दावा इस्रायल ने किया था। सीरिया में मौजूद ईरान के शस्त्र भंड़ार, सैन्य अड्डे एवं ईरान से जुड़ी आतंकवादी संगठनों के ठिकानों पर इस्रायल ने हमले किए थे।
अक्टूबर महीने में गाजा पट्टी की हमास के आतंकवादियों ने किए भीषण हमले के बाद इस्रायल ने सीरिया में जारी हवाई कार्रवाई की तीव्रता बढ़ाई थी। ईरान का यात्री विमान अलेप्पो हवाई अड्डे पर उतरने से पहले ही इस्रायल ने हवाई हमले करके वहां का रनवे नष्ट किया था। लेकिन, मुसावी को मार कर इस्रायल ने ईरान को बड़ा झटका दिया है।
सीरिया में हुई इस कार्रवाई की ज़िम्मेदारी अभी तक इस्रायल ने स्वीकार नहीं की है। लेकिन, इस्रायल के रक्षा मंत्री गैलंट ने मंगलवार को माध्यमों से बातचीत करते समय इस्रायल विरोधियों को अन्य देशों में भी लक्ष्य किया जाएगा, ऐसा बयान किया था। इससे पहले इस्रायल ने सीरिया में ईरान के शस्त्र भंड़ार, हिजबुल्लाह के ठिकानों के साथ आतंकवादियों को नष्ट करना जारी रखा था। इस्रायल के गुप्तचरों ने ईरान में घुसकर ईरान के परमाणु वैज्ञानिक मोहसीन फखरीजादे को खत्म किया था। इसके बाद भी ईरान ने इस्रायल से सीधे टकराना टाल दिया था।
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