अमेरिकी विमान वाहक युद्धपोत की वापसी के बाद ईरान का विध्वंसक ‘रेड सी’ पहुंचा

अमेरिकी विमान वाहक युद्धपोत की वापसी के बाद ईरान का विध्वंसक ‘रेड सी’ पहुंचा

नॉरफ्लॉक/तेहरान -इस्रायल की सुरक्षा के लिए ढ़ाई महीने से भूमध्य समुद्र में तैनात विमान वाहक युद्धपोत ‘यूएसएस गेराल्ड फोर्ड’ को अमेरिका ने वापस बुलाया है। इस युद्धपोत की जगह अब ‘रेड सी’ में गश्त लगा रहे ‘एम्फिबियस’ युद्धपोत की तैनाती होगी। अमेरिका ने ‘गेराल्ड फोर्ड’ की वापसी का ऐलान करने के कुछ ही घंटे बाद ईरान का ‘अल्बोर्झ’ विध्वंसक ‘रेड सी’ पहुंचा हैं। अमेरिका और ब्रिटेन ने पेश किया हुआ सहयोग का प्रस्ताव ठुकराने के बाद ईरान ने ‘रेड सी’ में यह तैनाती की है। इस्रायल सहित अन्य विदेशी जहाजों पर येमन के हौथी विद्रोहियों के हमले बढ़ रहे हैं और इसी बीच अमेरिकी विमान वाहक युद्धपोत की ‘रेड सी’ से हुई वापसी और ईरान के विध्वंसक की तैनाती होना ध्यान खींच रहा है।

Iran destroyer reaches Red Sea as US aircraft carrier leavesहमास के आतंकवादियों ने ७ अक्टूबर के दिन इस्रायल पर किए हमले के बाद अमेरिका ने भूमध्य समुद्र में दो विमान वाहक युद्धपोत तैनात किए थे। इनमें ‘यूएसएस गेराल्ड फोर्ड’ और ‘यूएसएस ड्विट आयसेनहोवर’ का समावेश था। लेबनान से हिजबुल्लाह के आतंकवादी इस्रायल पर हमले करके नया मोर्चा न खोल सके, इसी इरादे से यह तैनाती करने का बयान अमेरिका ने किया था। पिछले ढ़ाई महीने से ‘यूएसएस फोर्ड’ भूमध्य समुद्र में तैनात था। लेकिन, सोमवार के दिन अमेरिका ने इस विमान वाहक युद्धपोत को वापस लौटने के आदेश दिए। इसके बाद ‘यूएसएस फोर्ड’ जल्द ही भूमध्य समुद्र में तैनात होने के लिए वापस पहुंचेगी, यह भी अमेरिकी नौसेना ने स्पष्ट किया। तब तक हेलीकॉप्टर वाहक युद्धपोत ‘यूएसएस बैटन’ भूमध्य समुद्र में तैनात रहेगा, यह ऐलान अमेरिकी नौसेना ने किया है।

Iran destroyer reaches Red Sea as US aircraft carrier leaves‘यूएसएस बैटन’ युद्धपोत के साथ ‘यूएसएस कार्टर हॉल’ और ‘यूएसएस मेसा वेर्दे’ यह सहायक विध्वंसक भी पिछले कुछ दिनों से ‘रेड सी’ में तैनात हैं। येमन के हौथी विद्रोहियों के इस्रायल सहित रेड सी से गुजर रहें व्यापारिक जहाजों पर होने वाले हमले रोकने के लिए इन युद्धपोतों ने अहम ज़िम्मा निभाया था। ‘यूएसएस बैटन’ के हेलीकॉप्टर ने ही पिछले हफ्ते हौथी विद्रोहियों के तीन नौका नष्ट किए थे। इस कार्रवाई के दौरान १० विद्रोही भी मारे गए थे। ‘यूएसएस बैटन’ की इस कामयाबी के बाद येमन के विद्रोहियों के रेड सी में जारी हमले कम होंगे, ऐसी चर्चा थी।

Iran destroyer reaches Red Sea as US aircraft carrier leavesअमेरिका के बायडेन प्रशासन ने किए इस निर्णय के कुछ ही घंटे बाद ईरान का विध्वंसक ‘अल्बोर्ज’ अल-मन्देब की खाड़ी पार करके ‘रेड सी’ में दाखिल हुआ है। पिछले कुछ महीने से इस समुद्री क्षेत्र में मौदूज ईरान के जासूसी करने वाले जहाज की वजह से ही विदेशी व्यापारिक जहाजों पर हमलें होने का आरोप लगाया जा रहा था। इसी बीच अब ईरानी विध्वंसक इस क्षेत्र में दाखिल होने की वजह से ‘रेड सी’ में तनाव बढ़ा हैं। येमन के हौथी विद्रोहियों पर प्रभाव रखने वाला ईरान व्यापारिक जहाजों पर हो रहे हमले रोकने के लिए सहयोग करें, यह आवाहन भी अमेरिका और ब्रिटेन ने किया था। लेकिन, ईरान ने इसे ठुकराया था। बाद में ईरान और हौथी विद्रोहियों के नेताओं की चर्चा होने की खबर सामने आयी थी। अगले कुछ ही घंटे बाद ईरान का विध्वंसक येमन के करीबी समुद्री क्षेत्र में दाखिल होने के कारण ‘रेड सी’ में तनाव बढ़ा है।

सबसे अहम बात यह है कि, ‘यूएसएस फोर्ड’ की वापसी और ईरानी युद्धपोत ‘अल्बोर्झ’ की तैनाती एक ही समय पर हो रही हैं। इस पर ध्यान आकर्षित करके इस क्षेत्र में अमेरिका ने ईरान के सामने घुटने टिके होने के दावे कुछ लोग कर रहे हैं। राष्ट्राध्यक्ष बायडेन के नेतृत्व में अमेरिका कमज़ोर हो रही हैं और यह इस घटना से फिर से स्पष्ट हुआ है। कई विश्लेषक इसपर ध्यान आकर्षित कर रहे हैं।

English

 

इस समाचार के प्रति अपने विचार एवं अभिप्राय व्यक्त करने के लिए नीचे क्लिक करें:

https://twitter.com/WW3Info
https://www.facebook.com/WW3Info