मास्को/किव – राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने जानबूझकर किए निर्णय की वजह से या किसी दुर्घटना से परमाणु युद्ध भड़केगा, ऐसी गलतफहमी पश्चिमियों को हैं। लेकिन, वास्तव में इस खतरे का सही अहसास तक नहीं रखने वाले अकार्यक्षम पश्चिमी नेतृत्व के कारण परमाणु युद्ध छिड़ सकता है, ऐसा इशारा रशिया के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष और सिक्योरिटी कौन्सिल के उप-प्रमुख दिमित्री मेदवेदेव ने दिया। मेदवेदेव ने परमाणु युद्ध की चेतावनी देने का यह इस हफ्ते का दूसरा अवसर है।
रशिया को हासिल हुई सफलता के कारण पश्चिमी देशों में फिर से बेचैनी बनी है और यूक्रेन को हथियारों से मुस्तैद करने के लिए कदम बढ़ाए जा रहे हैं। अगले कुछ महीनों में यूक्रेन को लड़ाकू विमान, ड्रोन, तोप के गोले, मिसाइलों की भारी मात्रा में आपूर्ति करने की गतिविधियां शुरू हुई है। पश्चिमी देशों से हथियार प्राप्त होने के बाद यूक्रेन फिर से रशिया पर जवाबी हमले करेगा, ऐसे दावे भी किए जा रहे हैं। इस पृष्ठभूमि पर मेदवेदेव का ऐसे इशारा देना ध्यान आकर्षित करता है।
इससे पहले दिए इशारे में मेदवेदेव ने यह कहा था कि, रशिया को जमीन खोने के लिए मज़बूर करके वर्ष १९९१ की स्थिति थोपने की हरकत करने पर यूक्रेन सहित अमेरिका, ब्रिटेन और जर्मनी पर परमाणु हमले किए जाएंगे। नए इशारे में उन्होंने पश्चिमी नेतृत्व की आलोचना की है। पश्चिमी देशों से यूक्रेन को हो रही हथियारों की सप्लाई, ‘एफ-१६’ जैसे उन्नत लड़ाकू विमान प्रदान करने का निर्णय बड़ा युद्ध आमंत्रित करने की वजह बन सकती है, इसका अहसास भी मेदवेदेव ने कराया है। रशिया की परमाणु क्षमता को पश्चिमी गंभीरता से देख नहीं रहे हैं, ऐसा दावा भी उन्होंने इस दौरान किया।
रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने हाल ही के दिनों में सरकारी वृत्तसंस्था को दिए साक्षात्कार में यूक्रेन एक रशिया के अस्तित्व और भविष्य का मुद्दा होने का बयान बड़े जोर से किया था। रशिया का भविष्य यूक्रेन से जुड़ा है और किसी भी तरह से मौजूदा सैन्य अभियान से पीछे नहीं हटेंगे, ऐसा बयान भी राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने किया था। इसके साथ ही पुतिन ने पिछले कुछ दिनों में रशियन सेना को युद्ध में हासिल हो रही सफलता की ओर धअयान आकर्षित किया था।
पिछले दो सालों में रशियन न्यूक्लियर फोर्सेस ने कम से कम तीन अभ्यास किए हैं और दो परमाणु परीक्षण भी किए हैं। इसमें ‘सरमात’ जैसे नए उन्नत परमाणु अस्त्र का भी समावेश है। यह अस्त्र यूक्रेन युद्ध में तैनात करने की प्रक्रिया भी शुरू होने की जानकारी बताई जा रही है। रशिया ने बड़े उन्नत ‘ब्युरव्हेस्टनिक’ परमाणु अस्त्र का किया परीक्षण भी कामयाब होने का ऐलान किया था।
दूसरी ओर रशिया ने पड़ोसी और मित्र देश ‘टैक्टिकल न्युक्लियर वेपन्स’ तैनात किए हैं। राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने दो नई परमाणु पनडुब्बियों का नौसेना के बेड़े में समावेश करने का ऐलान भी किया था। अमेरिका सहित पश्चिमी देशों के साथ तनाव होने के बाद रशिया परमाणु अस्त्र से संबंधित किए समझौते से पीछे भी हटी हैं।
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