हमास और हिज़बुल्लाह प्रमुखों की इस्रायल विरोधी संघर्ष के मुद्दे पर हुई चर्चा

बैरूत – ‘जेरूसलम ही इस्रायल विरोधी संघर्ष का केंद्रबिंदु हैं और लष्करी संघर्ष से जेरूसलम को मुक्त करने के अलावा अन्य विकल्प नहीं है’, यह ऐलान आतंकी संगठन हमास के प्रमुख इस्माईल हनिया ने किया। लेबनान का ईरान से जुड़ा आतंकी संगठन हिज़बुल्लाह के प्रमुख हसन नसरल्ला के साथ हुई भेंट के बाद हमास के प्रमुख ने यह दावे किए। हिज़बुल्लाह के प्रमुख से भेंट करने से पहले हनिया ने ईरान की यात्रा के दौरान प्रमुख नेताओं से बातचीत की थी।

कतार में आश्रय लेकर रहनेवाले हमास के प्रमुख बीते कुछ दिनों से अरब-खाड़ी क्षेत्र के अपने मित्रदेशों की यात्रा कर रहा है। रविवार के दिन लेबनान पहुँचे हमास के प्रमुख ने राष्ट्राध्यक्ष मिशेल एयॉन, संसद के सभापति नबी बेरी से मुलाकात की। इसके बाद इस्माईल हनिया ने आतंकी संगठन हिज़बुल्लाह के प्रमुख हसन नसरल्ला से भेंट की। इसका पूरा ब्यौरा अभी सार्वजनिक नहीं हुआ है। लेकिन, इस मुलाकात के बाद माध्यमों के सामने हमास के प्रमुख ने यह बयान करते समय इस्रायल विरोधी संघर्ष के लिए पैलेस्टिनियों से एकजुट करने का आवाहन किया।

दोनों आतंकी संगठनों के प्रमुखों में इस्रायल विरोधी संघर्ष के मुद्दे पर बातचीत होने की जानकारी खाड़ी क्षेत्र एवं अंतरराष्ट्रीय माध्यम साझा कर रहे है। अगले दिनों में इस्रायल के विरोध में हमास और हिज़बुल्लाह का संयुक्त मोर्चा कैसे गठित किया जा सकेगा, इसके लिए मई में इस्रायल के खिलाफ किए गए ११ दिनों के संघर्ष के तजुर्बे का कैसे इस्तेमाल किया जा सकेगा, इन मुद्दों पर हमास और हिज़बुल्लाह आतंकी संगठनों के प्रमुखों की बातचीत होने की बात कही जा रही है।

११ दिनों के संघर्ष के दौरान हमास ने इस्रायल पर हज़ारों रॉकेटस्‌ की बौछार की थी। इनमें से कुछ रॉकेटस्‌ जेरूसलेम के करीबी क्षेत्र में गिरे थे। इस संघर्ष के बाद भी हमारे पास हज़ारों रॉकेटस्‌ का भंड़ार मौजूद होने का दावा हमास ने किया था। तभी, हिजबुल्लाह ने भी हमारे बेड़े में हज़ारों रॉकेटस्‌ एवं मिसाइलों का भंड़ार होने का ऐलान किया था।

मई के संघर्ष में हिज़बुल्लाह शामिल नहीं था फिर भी इसके आगे के संघर्ष में हमास और हिज़बुल्लाह एकजुट होकर इस्रायल पर हमले करेंगे, यह इशारा हिज़बुल्लाह के प्रमुख नसरल्ला ने दिया है। इस पृष्ठभूमि पर इन दोनों आतंकी संगठनों के प्रमुखों की मुलाकात कुछ अलग ही संकेत दे रही है। इस मुलाकात के पीछे ईरान की इस्रायल विरोधी साज़िश होने की बात स्पष्ट दिख रही है।

English   मराठी

इस समाचार के प्रति अपने विचार एवं अभिप्राय व्यक्त करने के लिए नीचे क्लिक करें:

https://twitter.com/WW3Info
https://www.facebook.com/WW3Info