खाड़ी में युद्ध अधिक भड़कने की स्थिति में होते हुए चीन के छह विध्वंसकों की खाड़ी क्षेत्र में हुई तैनाती

खाड़ी में युद्ध अधिक भड़कने की स्थिति में होते हुए चीन के छह विध्वंसकों की खाड़ी क्षेत्र में हुई तैनाती

बीजिंग: इस्रायल ने शुरू किए आतंकवाद विरोधी संघर्ष में सहायता करने के लिए अमेरिका ने विमान वाहक युद्धपोत का दल खाड़ी में तैनात किया था। इसके कुछ ही दिन बाद चीन के छह विध्वंसक भी इसी क्षेत्र में दाखिल होने की खबरें प्रसिद्ध हुई हैं। इसी की चर्चा होने के बाद चीन के दूतावास को इसपर खुलासा करना पड़ा। चीन के युद्धपोतों की खाड़ी क्षेत्र में हुई तैनाती इस्रायल-हमास संघर्ष से जुड़ी नहीं हैं और निर्धारित कार्यक्रम के तहत यह तैनाती होने का बयान चीन ने किया है। हमास ने इस्रायल पर किए आतंकवादी हमले के पीछे ईरान के साथ ही चीन का भी हाथ होने के जोरदार आरोप हो रहे हैं। इस वजह से चीन ने कितने भी खुलासे करने के बावजूद चीन की खाड़ी क्षेत्र में हुई इस तैनाती को सभी आशंका से देख रहे हैं।

पिछले हफ्ते अमेरिका का विशाल विमान वाहक युद्धपोत ‘यूएसएस गिराल्ड फोर्ड’ अपने बेड़े के साथ इस्रायल के समुद्री क्षेत्र के करीब पहुंची हैं। इस्रायल ने हमास और हिजबुल्लाह के विरोध में शुरू किए सैन्य अभियान का समर्थन करने के लिए ही यह तैनाती होने का बयान अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉईड ऑस्टिन ने किया था। साथ ही अमेरिका अब पर्शियन खाड़ी की ओर अब अपने विमान वाहक युद्धपोत ‘यूएसएस ड्विट आयसेनहॉवर’ पुरे बेड़े के साथ रवाना करेगी, ऐसी खबर भी प्राप्त हुई थी। इस्रायल विरोधी युद्ध में यदि ईरान शामिल हुआ तो खाड़ी में अपने हितसंबंधों की सुरक्षा करने के लिए अमेरिका यह तैनाती कर रही हैं, ऐसा दावा भी किया जा रहा है। इसके अलावा अमेरिका की एम्फिबियस विमान वाहक युद्धपोत ‘रेड सी’ की खाड़ी में भी तैनात हैं। दो दिन पहले अमेरिका के इस युद्धपोत ने हौथी विद्रोहियों ने इस्रायल की दिशा में दागे मिसाइल और ड्रोन्स मार गिराए थे।

पर्शियन खाड़ी से रेड सी और भूमध्य समुद्र में भी अमरिकी युद्धपोतों की तैनाती हैं। ऐसी स्थिति में चीन ने भी छह विध्वंसक रवाना किए हैं। अमेरिका की तरह चीन ने इस तैनाती का ऐलान नहीं किया है। बल्कि हॉँगकाँग स्थित चीनी अखबार ने इस तैनाती की खबर सार्वजनिक की। पश्चिमी देशों ने इसपर प्रतिक्रिया दर्ज़ करने के बाद अमेरिका में नियुक्त चीन के दूतावास ने अपनी नौसेना की इस तैनाती पर खुलासा किया है।

चीनी विध्वंसकों की इस तैनाती को लेकर बेवजह माहौल गरमाया जा रहा है, ऐसा आरोप अमेरिका में स्थित चीन के दूतवास के प्रवक्ता लियू पेंग्यू ने लगाया। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार चीनी विध्वंसकों की यह तैनाती हुई है और इसका इस्रायल-पैलेस्टिन युद्ध से कोई भी संबंध न होने का दावा पेंग्यू ने किया। इसके बाद चीन की सेना ने अपनी वेबसाईट पर इन विध्वंसकों की तैनाती की जानकारी सार्वजनिक की। फिलहाल कुवैत और एडन की खाड़ी में चीन की इन विध्वंसकों की तैनाती हुई है।

ईरान और हिजबुल्लाह के विरोध में अमेरिका ने अपने युद्धपोतों की तैनाती की है और इसके बाद ही चीन ने अपने युद्धपोत खाड़ी क्षेत्र में तैनात करके इस्रायल के विरोधी देशों के पीछे हमारा समर्थन होने का संदेश दिया है, ऐसे संकेत भी प्राप्त हो रहे हैं। हमास ने इस्रायल पर किए हमले के बाद इसका निषेध करने से चीन दूर रहा था। इसपर इस्रायल ने अफसोस भी जताया था। चीन में इस्रायली दूतावास के एक कर्मचारी पर जानलेवा हमला होने की खबरें थी। इस पृष्ठभूमि पर चीन की नौसेना की खाड़ी क्षेत्र में हुई तैनाती अलग ही संकेत दे रही हैं।

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