रियाध -‘जॉर्डन की नदी से भूमध्य समुद्र तक पैलेस्टिन का निर्माण होने तक इस्रायल के दमन के विरोध में संघर्ष करना ही एकमात्र विकल्प हैं’, ऐसा बयान ईरान के राष्ट्राध्यक्ष इब्राहिम रईसी ने किया है। इस्रायल के साथ चर्चा करके नहीं बल्कि फौजी ताकत के बलबूते पर इस मसले का हल निकाला जाए, ऐसा बयान करके ईरान के राष्ट्राध्यक्ष ने उकसाया है। सौदी अरब में आयोजित अरब-इस्लामी देशों की बैठक में बोलते समय ईरान के राष्ट्राध्यक्ष ने अरब-इस्लामी देशों को इस्रायल के मुद्दे पर स्पष्ट भूमिका अपनाने का आवाहन किया। तुर्की और कतर ने ईरान की इस भूमिका का समर्थन किया है। वहीं, सौदी के क्राउन प्रिन्स मोहम्मद बिन सलमान ने गाजास्वतंत्र पैलेस्टिन के निर्माण तक इस्रायल के साथ संघर्ष ही एकमात्र विकल्प है पट्टी पर इस्रायल के जारी हमलों की आलोचना की।
रियाध में आयोजित अरब-इस्लामी देशों की बैठक के अवसर पर ईरान के राष्ट्राध्यक्ष रईसी पहली बार सौदी पहुंचे हैं। सौदी के क्राऊन प्रिन्स मोहम्मद बिन सलमान की अध्यक्षता में हो रही इस बैठक मं गाजा पट्टी में इस्रायल के जारी हमलों की कड़ी आलोचना की गई। पैलेस्टिनियों के विरोध में हुए गुनाहों के लिए इस्रायल को ज़िम्मेदार करार दिया जाएगा, ऐसा बयान प्रिन्स मोहम्मद ने किया। गाजा में शुरू सैन्य कार्रवाई इस्रायल बंद करें, ऐसा आवाहन भी सौदी के क्राउन प्रिन्स ने किया। साथ ही गाजा की हमास भी इस्रायल पर हमले करना बंद करके अगवा किए लोगों को रिहा करें, ऐसी मांग प्रिन्स मोहम्मद ने की।
अफ्रीका के अरब-इस्लामी देशों ने सौदी की इस भूमिका का समर्थन किया है। लेकिन, ईरान के राष्ट्राध्यक्ष इब्राहिम रईसी ने इस बैठक के माध्यम से फिर एक बार हमास के आतंकवादियों ने इस्रायल पर किए हमलों का समर्थन किया। साथ ही इस बैठक में इस्रायल के विनाश के नारे भी लगाए गए। ‘पैलेस्टिनियों की जमीन पर हो रही फौज की घुसपैठ के विरोध में हम सब ने ऐतिहासिक और अहम निर्णय करना आवश्यक हैं। पैलेस्टिनी जनता की हत्या करना और अस्पतालों पर हवाई हमला करने जैसे गुनाह इस्रायल कर रहा हैं। ऐसी स्थिति में यहां मौजूद देशों ने इस्रायल को लेकर स्पष्ट भूमिका अपनाना आवश्यक है’, ऐसा बयान रईसी ने किया।
गाजा में सैन्य कार्रवाई कर रहे इस्रायल पर अरब-इस्लामी देश प्रतिबंध लगाएं, साथ ही इस्रायल के ईंधन कारोबार का बहिष्कार करें, ऐसी मांग रईसी ने इस बैठक में की। सीर्फ इस्रायल ही नहीं, बल्कि गाजा में हुए हत्याकांड़ के लिए अमेरिका को भी दोषी करार देकर अंतरराष्ट्रीय अदालत में गुहार लगाए, ऐसा सुझाव ईरान के राष्ट्राध्यक्ष ने रखा। साथ ही अंतरराष्ट्रीय निरिक्षक इस्रायल के परमाणु प्रकल्प की जांच करें, ऐसी मांग भी रईसी ने की। पैलेस्टिनियों पर हमले कर रहे इस्रायल के विरोध में चर्चा करने में समय जाया किए बिना अरब-इस्लामी देश सैन्य कार्रवाई करने के लिए एकजूट दिखाएं, ऐसा आवाहन रईसी ने किया है।
कतर और तुर्की के राष्ट्र प्रमुखों ने इस्रायल के विरोध में ईरान ने अपनाई भूमिका का समर्थन किया। सौदी के क्राउन प्रिन्स मोहम्मद ने गाजा में इस्रायल के हो रहे हमलों की आलोचना की है और साथ में गाजा की हमास के जारी हमलों को भी लक्ष्य किया है। पैलेस्टिन के मसले का हल निकालने के लिए इस्रायल के साथ शांति वार्ता आवश्यक है, ऐसे संकेत प्रिन्स मोहम्मद ने दिए। इस पृष्ठभूमि पर ईरान ने इस्रायल के साथ संघर्ष करने के अलावा अन्य विकल्प न होने की आक्रामक भूमिका अपनाई हैं। यह ईरान ने सौदी पर किया राजनीतिक हमला है।
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