चीन के ‘रिअल एस्टेट’ क्षेत्र के संकट का अंतरराष्ट्रीय बाज़ार पर तीव्र असर

अर्थव्यवस्था को झटका लगने का ड़र

‘रिअल इस्टेट’, ‘रिअल एस्टेट’ क्षेत्र

बीजिंग/वॉशिंग्टन – चीन के रिअल एस्टेट क्षेत्र की शीर्ष कंपनी ‘एवरग्रैन्ड’ के शेअर्स के मूल्य की १० प्रतिशत से अधिक गिरावट हुई है। इस कंपनी के बाद चीन के रिअल एस्टेट एवं बैंकिंग क्षेत्र के शेअर्स की गिरावट का तीव्र असर अंतरराष्ट्रीय शेअर बाज़ार पर पड़ा और अमरीका का प्रमुख ‘डो जोन्स निर्देशांक’ की ५०० से अधिक अंकों की गिरावट दर्ज़ हुई। अमरीका के साथ यूरोप एवं एशियाई शेअर बाज़ार को भी इससे भारी नुकसान पहुँचा है। ‘एवरगैन्ड’ की गिरावट से चीन के अन्य क्षेत्रों के अलावा वैश्‍विक अर्थव्यवस्था को भी नुकसान पहुँच सकता है, यह ड़र विश्‍लेषक जता रहे हैं। अमरीका की ‘द स्ट्रीट’ नामक वेबसाईट ने ‘एवरगैन्ड’ का संकट चीन के लिए ‘लेहमन मुमेन्ट’ साबित हो सकता है, यह इशारा दिया है।

बीते हफ्ते में चीन की संपत्ति और निर्माण क्षेत्र की प्रमुख ‘एवरगैन्ड’ कंपनी लगातार मुश्‍किलों से घिर रही है। विदेशी वित्तसंस्थाओं ने इस कंपनी का रेटिंग भी कम किया है और चीन की बैंकें भी इस कंपनी को नया कर्ज प्रदान करने से हिचकिचा रही हैं, ऐसा कहा जा रहा है। इस कंपनी पर कुल ३०५ अरब डॉलर्स का कर्ज है और इसका भुगतान करने में यह कंपनी सक्षम ना होने के दावे किए जा रहे हैं। इस हफ्ते में कंपनी को तकरीबन १५ करोड़ डॉलर्स के कर्ज का भुगतान करना है। लेकिन, इसके लिए कंपनी के पास पैसे ना होने का वृत्त सामने आने से सोमवार के दिन इस कंपनी के शेअर्स के मूल्य की भारी १० प्रतिशत से अधिक गिरावट हुई।

‘रिअल इस्टेट’, ‘रिअल एस्टेट’ क्षेत्र

‘एवरग्रैन्ड’ के शेअर्स का मूल्य इस गिरावट के साथ ही ११ वर्ष के निच्चतम स्तर पर जा पहुँचे हैं और बीते आठ महीनों के दौरान कंपनी के शेअर की ८५ प्रतिशत गिरावट आई है। इससे चीन के रिअल इस्टेट, बैंकिंग, ऊर्जा एवं बिमा क्षेत्र की कंपनियों को नुकसान पहुँचा है। हाँगकाँग के शेअर निर्देशांक की ३.३ प्रतिशत गिरावट हुई है और बीते कुछ महीनों में यह सबसे बड़ी गिरावट साबित हुई है। इस गिरावट के कारण चीन के ‘सिनिक होल्डिंग्ज्‌ ग्रूप’ नामक प्रमुख रिअल एस्टेट कंपनी को एक अरब डॉलर्स का भारी नुकसान होने की बात भी सामने आयी है।

‘रिअल इस्टेट’, ‘रिअल एस्टेट’ क्षेत्र

चीन के रिअल एस्टेट क्षेत्र के इस संकट का असर वैश्‍विक स्तर पर होने लगा है। अमरीका एवं यूरोप के शेअर बाज़ारों की बड़ी गिरावट हुई है। अमरीका के प्रमुख ‘डो जोन्स’ ५०० अंक से अधिक टूटा है। ब्रिटेन, फ्रान्स और जर्मनी के शेअर बाज़ारों में डेढ़ से तीन प्रतिशत गिरावट आई है। चीन के रिअल इस्टेट क्षेत्र में उभरे इस संकट का असर अमरीका की स्टील कंपनियों के साथ यूरोप के बैंकिंग क्षेत्र पर भी पड़ेगा, ऐसे संकेत विश्‍लेषकों ने दिए हैं।

‘अलायन्स बर्नस्टेन’ नामक वित्तिय कंपनी की प्रमुख अधिकारी जेनी झेंग ने यह इशारा दिया है कि, ‘एवरग्रैन्ड’ की गिरावट से चीन के रिअल एस्टेट समेत अन्य क्षेत्रों को भी नुकसान पहुँच सकता है। बीते कुछ महीनों में चीन की अर्थव्यवस्था को लगातार झटके लग रहे हैं और ‘एवरग्रैन्ड’ का संकट इन झटकों की तीव्रता बढ़ा सकता है, यह इशारा भी झेंग ने दिया।

अमरीका की ‘द स्ट्रीट’ नामक वेबसाईट ने ‘एवरग्रैन्ड’ के इस संकट की तुलना अमरीका के ‘लेहमन ब्रदर्स’ की असफलता से की है। अमरीका के निवेश क्षेत्र की यह शीर्ष कंपनी ‘सबप्राईम क्राइसिस’ की वजह से दिवालिया हुई थी। इस कंपनी का दिवाला वर्ष २००८-०९ में उभरा आर्थिक मंदी का प्रमुख कारण बना था।

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