जेरूसलम: ईरान और लेबनान की आतंकवादी संगठन हिजबुल्लाह के साथ बढ़ते तनाव की पृष्ठभूमि पर इस्रायल ने भूमध्य समुद्र में परमाणु पनडुब्बी तैनात की है। इस तैनाती के ज़रिये इस्रायल अपनी सैन्य तैयारी का स्पष्ट संदेश दे रहा है। हमने ‘सेकंड स्ट्राईक’ की तैयारी रखी हैं, ऐसी चेतावनी इस्रायल इस तैनाती से दे रहा है, ऐसा दावा इस्रायली पत्रकार ने किया। इस्रायल की सेना ने गाजा पर जारी हवाई और सैन्य कार्रवाई के अलावा नौसैनिक गतिविधियों की कोई भी जानकारी सार्वजनिक नहीं की है।
इस्रायली सुरक्षाबल द्वारा चलाए जा रहे रेडियो चैनल के पत्रकार डोरोन कदोश ने दो दिन पहले जारी की हुई खबर में भूमध्य समुद्र में इस्रायल ने परमाणु पनडुब्बी तैनात करने की जानकारी साझा की थी। गाजा की हमास के आतवादियों को सहायता मुहैया करने के लिए ईरान और हिजबुल्लाह इस्रायल पर हमले कर सकते हैं। ऐसे में ईरान और हिजबुल्लाह को जवाब देने के लिए इस्रायल ने भूमध्य समुद्र में पनडुब्बी तैनात करने का दावा कदोश ने किया।
इस्रायल की नौसेना के बेड़े में ‘डॉल्फिन टू’ वर्ग की पांच पनडुब्बियां मौजूद हैं। यह सभी जर्मन निर्माण की पनडुब्बियां हैं और इस्रायल ने इसी वर्ग के अधिक पनडुब्बियों की खरीद कर रहा हैं। इन पनडुब्बियों पर टोर्पेडो और मिसाइलों की तैनाती मुमकिन हैं। इस्रायल ने इन पनडुब्बियों पर तैनात किए हथियारों की जानकारी कभी भी सार्वजनिक नहीं की है। लेकिन, रक्षा प्रौद्योगिकी क्षेत्र में बढ़त बनाने वाला इस्रायल ऐसा कर सकता हैं, ऐसा दावा ‘न्यूक्लियर थ्रेट इनिशिएटिव’ नामक गुट ने किया है। पनडुब्बी के इन मिसाइलों पर इस्रायल परमाणु विस्फोटक भी लगा सकता हैं, ऐसा इस गुट ने कहा है।
इस वजह से इस्रायल ने भूमध्य समुद्र में पनडुब्बियां तैनात रखी होगी तो वह परमाणु विस्फोटक लगाए मिसाइलों से लैस होगी, ऐसा दावा कदोश ने किया। इस्रायल की सरकार या सेना ने इस मुद्दे पर कोई भी ऐलान नहीं किया है। लेकिन, इस्रायली सुरक्षाबलों के रेडियो चैनल ने यह जानकारी सार्वजनिक करने की वजह से इसकी गंभीरता बढ़ी है। इसी बीच गाजा के सुरंग में छिपे आतंकवादियों को ठिकाने लगाने के लिए इस्रायल ने ‘स्पंज बम’ का निर्माण करने की खबरे प्राप्त हुई थी। इस्रायल की सेना गाजा की सीमा के करीबी सुरंग में इसका प्रयोग कर रही हैं, ऐसा दावा भी किया जा रहा हैं।